Sehore Positive News: अब तक आपने प्रदेश के बदहाल स्कूलों की तस्वीरें तो खूब देखी होंगी, लेकिन अगर आप मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के स्कूलों की तस्वीर देखेंगे तो आंखों पर यकीन करना मुश्किल हो जाएगा. सीहोर जिले में स्मार्ट क्लासेस वाले 1552 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है. हैरानी की बात तो ये है कि यह सरकारी स्कूल बिना किसी सरकारी फंड के चलाए जा रहे हैं. स्मार्ट क्लासेज के लिए जिले भर की जनता के सहयोग से 4 करोड़ 25 लाख रुपये का फंड जुटाया गया है और स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाई गईं. जनता के इस सहयोग की तारीफ खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान कर चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, जिले भर के स्मार्ट क्लासेज वाले स्कूलों को किसी सरकारी फंड नहीं बल्कि जन सहयोग से चलाया जा रहा है. इसके लिए शिक्षकों सहित कई समाजसेवियों ने बढ़-चढ़कर सहयोग दिया. इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज के लिए जनसहयोग के जरिए 4 करोड़ 25 लाख रूपए इकट्ठा किए गए थे. जिससे जिले भर के 1552 स्कूलों के लिए 1630 स्मार्ट टीवी खरीदी गईं और स्मार्ट क्लास की शुरआत हुई. अब स्मार्ट टीवी के जरिए बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. इससे न सिर्फ पढ़ाई आसान हुई है बल्कि पढ़ाई में विद्यार्थियों की रुचि भी बढ़ी है.

कलेक्टर प्रवीण सिंह की पहल
सीहोर जिले में स्मार्ट क्लासेज के लिए जनता से फंड जुटाने में सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह का अहम योगदान रहा है. उन्होंने इस पहल की शुरुआत की और देखते ही देखते सीहोर की जनता के सहयोग से कुछ ही दिनों में 4 करोड़ से ज्याद रुपये जुटा लिए. जिले के 1552 स्कूलों के लिए 1630 स्मार्ट टीवी खरीदी गईं और स्मार्ट टीवी खरीदकर स्मार्ट क्लासेज की शुरुआत की गई. कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के मकसद से स्मार्ट क्लास शुरुआत की गई. आज कल के बच्चे वीडियो से पढ़ने में इंट्रेस्ट लेते हैं. इस तरह से बच्चों को पढ़ाई समझने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासेज के बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं.
सीएम शिवराज ने किया था शुभारंभ
कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसहयोग से चलायी जा रही इन स्मार्ट क्लासेज का शुभारंभ किया था. सीएम ने इस नवाचार के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह सहित जिले के शिक्षकों की जमकर तारीफ की. स्मार्ट क्लासेज के शुभारंभ के मौके पर सीएम ने जिले के स्कूलों के लिए 1630 स्मार्ट टीवी का वितरण किया था,अब स्कूलों में स्मार्ट टीवी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई शुरू हो गई है.