भोपाल के बालिका गृह से गायब हुई 26 बच्चियां कैसे मिलीं? जानिए पूरी कहानी
ADVERTISEMENT
![भोपाल के बालिका गृह से गायब हुई 26 बच्चियां कैसे मिलीं? जानिए पूरी कहानी Bhopal Missing Girls, Madhya pradesh news, bhopal breaking, bhopal news, balika griha news, bhopal balika griha news, 26 girls missing in bhopal,](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202401/balika_grah-768x432.jpg?size=948:533)
Bhopal Missing Girls: भोपाल के बालिका गृह से एक साथ 26 बच्चियां गायब हो गईं, मामले को लेकर जमकर बवाल हुआ, सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे बेहद चिंताजनक बताया. विपक्ष ने सरकार को इस मामले में घेरा. पुलिस ने अब सभी गायब 26 बच्चियाें के मिलने का दावा किया है. जानकारी के मुताबिक, 26 में से 10 बच्चियों को आदमपुर छावनी क्षेत्र से, 13 अयोध्या नगर की झुग्गियों से, 2 टॉप नगर और 1 को रायसेन से बरामद किया गया है. हॉस्टल के डायरेक्टर अनिल मैथ्यू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
बिना परमिशन के अवैध रूप से चल रहे बालिका गृह से 26 बच्चियों के अचानक गायब होने से हड़कंप मच गया था. मामले की जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आया. बालिका गृह में कुल 68 बच्चियां हैं, जिनमें से 26 गायब हो गई थी.
डायरेक्टर से हो रही पूछताछ
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, एक ‘बालिका गृह’ अवैध रूप से चलाया जा रहा था. जांच के दौरान पता चला कि यह न तो पंजीकृत था और न ही मान्यता प्राप्त. वहां मौजूद 41 लड़कियों को घर भेज दिया गया है. डायरेक्टर के खिलाफ जेजे एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है. सभी लड़कियां सुरक्षित हैं. मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ये अधिकारी हुए सस्पेंड
इस मामले में एक्शन लेते हुए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजर मंजूषा राज को भी निलंबित कर दिया गया है. वहीं लापरवाही बरतने पर सीडीपीओ बृजेंद्र प्रताप सिंह और सीडीपीओ कोमल उपाध्याय को निलंबित किया गया है. साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास का औचक दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने जब रजिस्टर चेक किया तो पाया कि उसमें 68 बच्चियों की एंट्री थी, लेकिन उनमें से 26 बच्चियां गायब थीं. ये बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, के अलावा मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के रहनी वाली थी. बिना अनुमति के बालिका गृह चलाने के मामले में पुलिस ने FIR दर्ज की. प्रियांक कानूनगो ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस लिए गुपचुप ढंग से बालिका गृह को चलाया जा रहा था और यहां उनसे ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी.
आपकी संवेदनशीलता के लिए मनपूर्वक धन्यवाद भाई साहब !
ये सभी बच्चियाँ सड़क व रेल्वे स्टेशन से रेस्क्यू कर के लाई गयीं थीं,इनमें अनाथ बच्चियाँ भी थीं।
जो NGO सरकारी एजेन्सी चाइल्ड लाइन के रूप में बच्चों को रेस्क्यू कर रही थी,उसी ने बच्चों को गुपचुप ढंग से अवैध बाल गृह में रखा था।… https://t.co/JhH4iWJARM— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) January 6, 2024
ADVERTISEMENT
भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का वेरिफिकेशन हो गया है, सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है।
एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : CM
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 6, 2024
ADVERTISEMENT
सीएम बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे
बच्चियों के मिल जाने के बाद सीएम मोहन यादव ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं की तसदीक हो गई है. सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है. एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.” बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि प्रदेश में अवैध बाल संरक्षण गृहों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.
ये भी पढ़ें: ‘CM साहब, डिंडोरी SP मेरा रिश्तेदार इनको डालो लूप लाइन में’.. नेता प्रतिपक्ष ने क्यों की ये डिमांड
ADVERTISEMENT