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कभी चंबल के बीहड़ों में डकैत पंचम सिंह की बोलती थी तूती, आज नगर पालिका दुकान भी नहीं चलाने दे रही

BHIND NEWS: कभी चंबल के बीहड़ों में जिस डकैत पंचम सिंह की तूती बोला करती थी.आज वह दुकान चलाने तक को मोहताज कर दिया गया है. मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के चंबल के बीहड़ों में कभी खौफ का दूसरा नाम रहे डकैत पंचम सिंह को नगर पालिका लहार ने दुकान खाली करने का नोटिस दिया […]
Chambal robbers Bhind Municipality of Lahar Robber Pancham Singh
फोटो: हेमंत शर्मा

BHIND NEWS: कभी चंबल के बीहड़ों में जिस डकैत पंचम सिंह की तूती बोला करती थी.आज वह दुकान चलाने तक को मोहताज कर दिया गया है. मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के चंबल के बीहड़ों में कभी खौफ का दूसरा नाम रहे डकैत पंचम सिंह को नगर पालिका लहार ने दुकान खाली करने का नोटिस दिया है. दरअसल पंचम सिंह आत्मसमर्पित डकैत रहे हैं. जिसके बाद सरकार की तरफ से उनको लहार में एक रुपए महीने पर दुकान चलाने को मिली थी. सालों से वे नगर पालिका को सिर्फ एक रुपए महीना ही किराया दे रहे थे. लेकिन अब जिस जगह दुकान है, उसके ठीक सामने नगर पालिका ने शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाया है. शाॉपिंग कॉम्पलेक्स का रास्ता दुकान की वजह से प्रभावित हो रहा है. इसलिए दुकान तोड़ी जानी है और उसके लिए पंचम सिंह को दुकान खाली करने का नोटिस दिया गया है.

पंचम सिंह चौहान नगर पालिका द्वारा आवंटित की गई दुकान में पिछले कई सालों से ₹1 महीना किराए पर रह रहे थे. लेकिन अब नगरपालिका द्वारा शॉपिंग कांपलेक्स बनाए जाने के बाद पुरानी दुकानों को तोड़े जाने का निर्णय लिया है. इसी निर्णय का विरोध पूर्व दस्यु सम्राट पंचम सिंह द्वारा किया जा रहा है. दरअसल साठ के दशक में पंचम सिंह चौहान की तूती चंबल के बीहड़ों में बोलती थी.

कभी दो करोड़ रुपए का ईनाम था पंचम सिंह पर
500 से अधिक सदस्य पंचम सिंह की गैंग में शामिल थे और सरकार ने पंचम सिंह पर दो करोड़ का इनाम भी घोषित कर रखा था. पंचम सिंह पर 100 से अधिक हत्याओं के मामले भी दर्ज थे. लेकिन साल 1972 में पंचम सिंह ने आत्मसमर्पण कर दिया था. जेल में सजा काटने के बाद लहार में नगर परिषद की तरफ से बनाई गई दुकानों में से एक दुकान पंचम सिंह को किराए पर दे दी गई थी. ₹1 महीना किराए पर पंचम सिंह इतने सालों से इस दुकान में रह रहे थे. इस दुकान में रहते हुए पंचम सिंह यहां सत्संग भी किया करते थे.

शॉपिंग कॉम्पलेक्स के रास्ते में आती है दुकान
नगर पालिका लहार बन जाने के बाद इसी स्थान पर शॉपिंग कांपलेक्स का निर्माण करवाया गया है. शापिंग कांपलेक्स के ठीक सामने नगर पालिका की पुरानी दुकानें बनी हुई है. इन पुरानी दुकानों को गिराकर नगर पालिका शॉपिंग कांप्लेक्स का रास्ता साफ करना चाहती है. इसलिए नगरपालिका ने अपने सभी किरायेदारों को नोटिस जारी करके दुकान खाली करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन पंचम सिंह इस बात का विरोध कर रहे हैं. पूर्व दस्यु सम्राट पंचम सिंह का कहना है कि वह अपनी जान दे देंगे लेकिन दुकान खाली नहीं करेंगे.

पंचम सिंह के बेटे मांग रहे दूसरी जगह पर दुकान
इस मामले में पंचम सिंह के बेटे संतोष सिंह चौहान का कहना है कि उनके पिता पंचम सिंह को दुकान के लिए दूसरा स्थान नगरपालिका द्वारा आवंटित किया जाए. इसके बाद ही वे दुकान को खाली करेंगे. हालांकि नगरपालिका के सीएमओ महेश पुरोहित का कहना है कि पंचम सिंह इतने सालों से एक रुपए महीना पर किराए से रह रहे हैं. अब उनके लिए नोटिस जारी किया गया है. लेकिन उन्होंने अब तक नगरपालिका पहुंचकर अपनी तरफ से कोई भी जवाब पेश नहीं किया है. नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि जो भी वैधानिक है, उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी और अगर पंचम सिंह को दूसरा स्थान चाहिए तो उन्हें तय शुल्क भी जमा करना होगा.

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