स्वाभिमान पदयात्रा..16 सूत्री मांगों को लेकर सड़क पर घिसटने को मजबूर दिव्यांग, जानें पूरा मामला
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Guna News: 16 सूत्रीय मांगों को लेकर दिव्यांग स्वाभिमान पदयात्रा निकाल रहे हैं. हाथ-पैरों से लाचार दिव्यांग मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ उतर आए हैं और पदयात्रा कर रहे हैं. नेशनल हाईवे पर पिछले 7 दिनों से पदयात्रा कर रहे दिव्यांगों के हाथों में छाले तक पड़ गए हैं. उनकी 16 मांगे हैं, जिनको लेकर वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करना चाहते हैं. दिव्यांग सरकार के खिलाफ नाराजगी जताने के लिए राघौगढ़ से लेकर गुना तक पदयात्रा कर रहे हैं. इस पदयात्रा में 150 से ज्यादा दिव्यांग शामिल हैं, जिसमें मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान से भी दिव्यांग शामिल हुए हैं.
स्वाभिमान यात्रा कर रहे दिव्यांगों की 16 मांगे हैं, जिनको लेकर पदयात्रा की जा रही है. इनमें पेंशन बढ़ाना, दिव्यांगों का आरक्षण बढ़ाना, पंचायतों से लेकर दोनों सदनों में 5 प्रतिशत आरक्षण करना और उच्च शिक्षा को निशुल्क करने जैसी प्रमुख मांगे शामिल हैं. दिव्यांगों द्वारा निकाला जा रही इस स्वाभिमान यात्रा में लगभग 150 दिव्यांग शामिल हैं. अपनी मांगों लेकर अड़े दिव्यांग कई तरह से लाचार हैं. किसी के पैर चलने के काबिल नहीं है तो कोई अपने घुटनों में टायर के रबर का ट्यूब रस्सी से बांधकर पदयात्रा में शामिल हुआ है. अब तक 20 किलोमीटर यात्रा कर चुके दिव्यांगों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है.
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फोटो: विकास दीक्षित, दिव्यांगों की 16 सूत्रीय मांगे
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दिव्यांग एलियन हैं क्या?
स्वाभिमान पदयात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे दिव्यांग सुनील पंत पैरों से लाचार है. बीमारी से ग्रसित सुनील अपना यूरिन बैग हाथ में लेकर पदयात्रा कर रहे हैं. सुनील ने मध्यप्रदेश सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि बजट में आखिरकार दिव्यांगों के लिए कोई व्यवस्था क्यों नहीं की गई? क्या दिव्यांग एलियन (बाहरी) हैं, जो उन्हें नहीं पूछा जा रहा है. सुनील ने बताया कि दिव्यांगों को यात्री बस में बैठने की जगह नहीं दी जाती है. शासकीय योजनाएं केवल कागजों तक सीमित है.
प्रशासनिक अमले ने मनाया
स्वाभिमान पदयात्रा निकाल रहे दिव्यांगों को मनाने के लिए प्रशासनिक अमला भी उनके पास पहुंचा. एसडीएम वीरेंद्र बघेल, डीएसपी विवेक अष्ठाना, तहसीलदार सिद्धार्थ भूषण शर्मा, तहसीलदार संतोष धाकड़ औह तहसीलदार जयप्रकाश गौतम समेत कई अधिकारियों ने दिव्यांगों से उनकी मांगों के बारे में चर्चा की है. दिव्यांगों की पदयात्रा 14 मार्च तक जारी रहने वाली है. स्वाभिमान यात्रा से पीछे हटने के लिए कोई भी दिव्यांग तैयार नहीं है.
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