MP: हरदा के बाद इंदौर की पटाखा फैक्ट्री में तेज ब्लास्ट, दूर तक उड़े ईंट-चद्दर, बुरी तरह झुलसे मजदूर
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Blast In Fire Cracker Factory: हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश की एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया. इस धमाके में 3 लोग बुरी तरह घायल हो गए. तेज आवाज से आसपास के लोग दहल गए. घटना इंदौर के महू कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आम्बाचन्दन गांव की है. मंगलवार को गांव में स्थित एक फटाका फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट इतना जोरदार था कि कमरे के टीन शेड और पानी के ड्रम कई फीट दूर तक उड़ गए.
ब्लास्ट में घायल लोगों को इलाज के लिए इंदौर चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया है. कलेक्टर आशीष सिंह मामले की जानकारी देते हुए बताया कि महू के अम्बा चंदन गांव में सुतली बम बनाने की फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना हुई है, जिसमें तीन युवक घायल हो गए थे, जिन्हें तुरंत चोइथराम हॉस्पिटल में रैफर किया गया है. मौके पर स्थिति देखी जा रही है.
कैसे हुआ ब्लास्ट?
कलेक्टर ने बताया, सुतली बम बनाने की फैक्ट्री छोटे-छोटे कमरे बने गए थे और काफी दूर जंगल में बनाया गया था और कमरों में दूरी भी पर्याप्त बताई जा रही है. इसी दौरान एक कमरे में आग जनी की घटना हुई थी और देखते ही देखते पूरा कमरा तेज ब्लास्ट में बदल गया.
कैसे हुआ ब्लास्ट प्रत्यक्षदर्शी ने बताया
प्रत्यक्षदर्शी फैक्ट्री मालिक शाकिर की बहन सायदा ने बताया कि ब्लास्ट मेरे सामने ही हुआ था. सुतली बम बनाते समय केमिकल को आपस मे मिक्स करते समय अचानक जोर से ब्लास्ट हुआ. जिससे कमरे की चद्दर और ईंट दूर -दूर तक फिका गईं.
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फैक्ट्री का लाइसेंस था या नहीं?
कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि फैक्ट्री शाकिर पिता बाबू खान के नाम से बताई जा रही है. फिलहाल फैक्ट्री संचालक का लाइसेंस रिन्यूअल है या नहीं, इस पर भी जांच की जाएगी. मौके पर फैक्ट्री में फायर स्टेशन उपकरण तो रखे थे, लेकिन किस परिस्थितियों में यह विस्फोट हुआ है और लाइसेंस की क्या स्थिति है इनकी भी जानकारी ली जाएगी.
हरदा ब्लास्ट के बाद फैक्ट्रियों को सील किया गया
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट के बाद इंदौर जिले की बहुत सारी अवैध फटक फैक्ट्रियां हमारे द्वारा सील की गई हैं और जिन फैक्ट्री में सुरक्षा मानक के स्तर पर काम किया जा रहा था, केवल उन्हीं फैक्ट्री को संचालित करने की अनुमति दी गई थी. अभी हमारा फोकस केवल घायलों पर हैं कि उनको तुरंत इलाज दिया जाए.
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