MANDLA NEWS: मध्यप्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व में एक वन श्रमिक पर टाइगर ने हमला कर दिया. वन श्रमिक इस हमले में घायल हो गया लेकिन टाइगर का शिकार होने से बाल-बाल बच गया. टाइगर रिजर्व और उसके आसपास के इलाकों में लगातार टाइगर सहित जंगली जानवरों के हमले बढ़ते जा रहे हैं. श्रमिक की जान बचाने के लिए आसपास के खेतों पर काम कर रहे दूसरे श्रमिकों आगे आए.
घायल श्रमिक कमल मरकाम टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का श्रमिक बताया जा रहा है. यह घटना कान्हा नेशनल पार्क के सरही रेंज के माटीगहन बीट के सिलपुरा की बताई जा रही है. घटना कल शाम उस वक़्त हुई जब श्रमिक गस्ती कार्य कर लौट रहे थे. तालाब के पास घास के मैदान हैं. उस घास के मैदान के किनारे – किनारे श्रमिक आ रहे थे, तभी वहीं आसपास की झाड़ियों में बैठे टाइगर ने अचानक वन श्रमिक कमल मरकाम पर हमला कर दिया.
बाघ के इस अचानक हुए हमले को देख अन्य श्रमिकों ने चिल्लाना शुरू कर दिया. आवाज़ सुनकर बाघ भाग गया. घायल श्रमिक को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया ले जाया गया. जहां उसका उपचार किया जा रहा है. कान्हा टाइगर रिज़र्व के फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि श्रमिक को बाघ के पंजे से चोट आई, कोई गंभीर चोट नहीं आई है. प्रारंभिक उपचार के बाद उसे पूरा आराम मिल जाएगा.
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टाइगर ने जंप मारा, लेकिन बच गया श्रमिक
कान्हा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि बीती शाम सरही की माटी गहन बीत पर जो सिलपुरा का मैदान है, वहां से श्रमिक गस्त कर वापस लौट रहे थे, तो झाड़ियों में बैठे टाइगर ने आहट मिलने पर जंप लगाया. जंप लगाने पर बाघ के पंजे से श्रमिक के दाहिने हाथ में और पीठ में चोट आई है, कोई गंभीर चोट नहीं आई है. श्रमिक बाल-बाल बच गया है. प्राथमिक उपचार के बाद उसको पूरा आराम मिल जाएगा.