mp police news: होली का त्यौहार नजदीक है और इसे देखते हुए मध्यप्रदेश की पुलिस भी हर जिले में संदिग्ध दिखने वाले लोगों, वस्तुएं और प्रमुख स्थानों की सुरक्षा की जांच-पड़ताल करना शुरू कर दी है. इसमें मध्यप्रदेश् पुलिस अपने डॉग स्क्वायड टीम की मदद ले रही है. दिलचस्प बात यह है कि मध्यप्रदेश पुलिस की इस डॉग स्क्वायड टीम में लोग देशी नस्ल के डॉग देखकर हैरान हुए. नरसिंहपुर जिले में सार्वजनिक स्थलों की जांच कर रही पुलिस के साथ में देशी नस्ल रामपुर नस्ल वाले डॉग देखे गए.
अमूमन पुलिस के साथ जर्मन शेफर्ड या इसी तरह की विदेशी नस्ल के डॉग अक्सर स्क्वायड में रखे जाते हैं. लेकिन मध्यप्रदेश पुलिस ने देशी रामपुर नस्ल को ही इस तरह से प्रशिक्षित कर लिया है कि वह किसी भी विस्फोटक सामग्री, संदिग्ध वस्तु या संदिग्ध व्यक्ति की खोजबीन करने में मददगार साबित हो सकते हैं.
इस बारे में मध्यप्रदेश पुलिस का कहना है कि वे देश के प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत के विचार को ग्राउंड पर उतार रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि चाहें तो विदेशी के बजाय हमारे देशी नस्ल के डॉग भी इस तरह से प्रशिक्षित किए जा सकते हैं कि उनकी मदद से किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निबटा जा सके.
बाजार में पुलिस के साथ देशी डॉग बना चर्चा का विषय
नरसिंहपुर के करेली में स्थानीय पुलिस महकमे के साथ विभिन्न स्थानों पर जांच करने डॉग स्क्वायड की टीम भी गई. टीम के साथ रामपुर नस्ल का देशी डॉग भी था. होली ,रंगपंचमी सहित शबे बारात जैसे त्योहारों पर किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो उसी के मद्देनजर नरसिंहपुर के स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल और जहां पर भीड़ की आवाजाही होती है, वहां पर इनकी मदद से जांच की गई. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देशी नस्ल का यह डॉग भी ड्रग्स और विस्फोटकों की खोज करना, लापता लोगों का पता लगाना, अपराध स्थल के सबूत ढूंढना, लोगों की रक्षा करना और अपराधियों पर हमला करने के लिए प्रशिक्षित है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि देशी नस्ल का यह डॉग विदेशी नस्ल के जर्मन शेफर्ड , बेल्जियन मैलिनोइस , ब्लडहाउंड , डच शेफर्ड और रिट्रीवर की तरह ही प्रशिक्षित किया गया है.