Shahdol News: शहडोल में 40 लाख की ठगी करने के आरोप में एक पुलिस आरक्षक का नाम सामने आया है. आरोपियों ने पुलिस द्वारा जब्त वाहनों को कम कीमत में दिलाने का झांसा देकर 40 लाख की ठगी की थी. मामला ब्यौहारी थाने का है. आरोपियों ने इस तरह से 5 लोगों से लगभग 40 लाख 60 हजार रुपये ऐंठ लिए. मामले में 3 आरोपियों को गिफ्तार किया गया है. आरोपी आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है.
तीनों आरोपियों ने अलग-अलग लोगों से करीब 40 लाख 60 हजार रुपये की ठगी की है. पुलिस द्वारा जब्त वाहनों की झूठी नीलामी के जरिए आरोपियों ने 5 लोगों से धोखाधड़ी की और मोटी रकम वसूली. इतना ही नहीं इन लोगों ने नीलामी का फर्जी सूचना पत्र भी बनवाया था, जिसे दिखाकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था.
नीलामी का सूचनापत्र भी बनवाया
एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि बीते वर्ष जुलाई में पुलिस द्वारा जब्त वाहनों की नीलामी कराई गई थी. इसी बात का फायदा उठाते हुए आरोपी आरक्षक ने दो अन्य आरोपियों के साथ मिलकर लोगों को जब्त वाहनों की नीलामी के नाम पर, सस्ते दामों पर वाहन दिलाने का झांसा देकर ठगी की. आरोपियों ने नीलामी करने का नकली सूचनापत्र भी बनवाया था, जिसे दिखाकर धोखोधड़ी की जा रही थी.
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वाहन दिखाकर करवाया पैसों का ट्रांजेक्शन
आरोपियों ने लोगों को वाहन दिखाकर, सस्ते में नीलामी कराने के नाम पर पैसे ऐंठ लिए थे. आरक्षक विष्णू बागरी ने थाने में खड़े वाहनों को दिखाता था. दूसरा आरोपी रोहित सोनी और उसकी पत्नी सुषमा के खाते में पैसे का ट्रांजेक्शन हुआ था. फिलहाल इस मामले में आरोपी आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है. अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. अब आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
पैसे देने के बाद भी जब कुछ दिनों तक थाने में खड़े जब्त वाहनों की नीलामी नहीं हुई, तो वाहन का पेमेंट कर चुके लोग ब्यौहारी थाना पहुंच गए. थाने जाकर मामले का खुलासा हुआ कि जो वाहन थाना परिसर में खड़े हैं, उनकी नीलामी ही नहीं होनी है. इसके बाद आरोपी आरक्षक को सस्पेंड कर गिरफ्तार कर लिया गया.
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