MP News: मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल समय-समय पर खुलती रहती हैं. जिसकी तस्वीरें आए दिन सामने आती रहती हैं. ऐसा ही कुछ मामला शाजापुर जिले के जिला अस्पताल से सामने आया है. जहां स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां एक लाचार महिला के दर्द हर किसी को स्तब्ध कर दिया.
दरअसल, मंत्री परमार ने अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में जाकर बोलाई गांव में ट्रैक्टर हादसे में घायल हुए लोगो से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान यहां भर्ती महिला मरीजों ने इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और समय पर डॉक्टर के ना देखने की शिकायत मंत्री से की थी. उन्होंने कहा कि न तो यहां डॉक्टर देखने आते हैं न ही कोई एक्सरे करने को तैयार है. इस बात को लेकर महिलाओं ने मंत्री को खरी-खोटी सुना दी. महिलाओं ने कहा अगर ये अस्पताल है तो इससे बेहतर है कि हम घर पर रहें.
मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को लगाई फटकार
महिला मरीजो की खरी-खोटी सुनकर मंत्री परमार से भी रहा नहीं गया. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई. अब ये फटकार क्षणिक थी या इसके बाद व्यवस्थाओं में कोई सुधार होगा. ये तो आने वाले समय में ही देखने को मिलेगा. मंत्री की फटकार के दौरान सिविल सर्जन और डॉक्टरो को व्यवस्था सुधारने और त्वरित उपचार के निर्देश दिए गए. बता दें कि ग्राम बोलाई में एक भंडारे में जाते वक्त श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली पलट गई, जिसमें करीब सात लोग घायल हो गए और एक बच्ची की मौत हो गई थी. हादसे में घायल लोगों का हाल जानने के मंत्री अस्पताल पहुंचे थे.
मंत्री के जाने के बाद डॉक्टरों के बीच कहासुनी
अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों का कहना था कि हादसे के बाद उन्हें जरूरी उपचार नहीं दिया गया. बार-बार बुलाने के बाद भी कोई डॉक्टर देखने नहीं पहुंचा. जिसकी शिकायत मंत्री से की गई. वहीं मंत्री परमार के जाने के बाद अस्पताल के डाक्टरो की भी एक दूसरे के साथ जमकर कहासुनी हुई, हालांकि अस्पताल के डॉक्टर इस पूरे मामले में कुछ भी कैमरे के सामने कहने से बचते दिखे, वहीं इस मामले में मंत्री परमार ने कहा कि हादसे के वक्त थोड़ी अफरा तफरी होना स्वाभाविक है, फिर भी मरीज के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरो को निर्देश दिए गए है.
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