Sheopur News: श्योपुर में किसानों ने ‘अटल प्रोग्रेस वे’ के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजे के लिए प्रदर्शन किया. इस दौरान शहर को बंद करने का ऐलान किया गया था. किसानों ने जमीन के बदले मिले मुआवजे को नाकाफी बताया और इसका विरोध जताया. प्रदर्शनकारी किसान अधिग्रहित जमीनों के बदले चार गुना मुआवजे की मांग कर रहे हैं. संघर्ष समिति के बैनर तले किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की. पूरा बाजार बंद रहा. शहर बंद के के दौरान पुलिस और प्रशासन मुस्तैद रहा.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के श्योपुर में राजस्थान के कोटा से लेकर उत्तर प्रदेश तक अटल प्रोग्रेस वे बन रहा है. ये श्योपुर के 57 गांवों से होकर गुजरेगा. जिसके लिए किसानों की जमीनें अधिग्रहित की गई हैं. इसके बदले में उनको मुआवजा भी दिया गया है, लेकिन किसान ज्यादा मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि बाजार की कीमत से चार गुना मुआवजा दिया जाए.
संघर्ष समिति के बैनर तले किया प्रदर्शन
मुआवजे से नाखुश जमीन मालिक संघर्ष समिति के बैनर तले शहर के पटेल चौक पर इकट्ठे हुए. इसके बाद शहर में पैदल घूम- घूमकर बाजार की दुकानें बंद कराई. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की. करीब 3 घंटे तक शहर के मैन बाजार सहित कई बाजारों में दुकानों के शटर डाउन रहे. हालांकि जरूरी सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं. प्रदर्शन के बाद किसानों ने मांगों का एक ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा.
सरकारी नौकरी और चार गुना मुआवजे की मांग
संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामजीलाल मीणा का कहना है कि सरकार किसानों को अटल प्रोग्रेस वे के बदले जो मुआवजा राशि दे रही है, वह बहुत ही मामूली है. इससे न तो किसान कहीं और जमीन खरीद सकते हैं और न ही ढंग से व्यापार व्यवसाय कर सकते हैं. सरकार किसानों को बाजार मूल्य से 4 गुना मुआवजा दे, प्रभावित किसान परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे तभी किसान जमीन देंगे.