Dewas news: आपने विरोध प्रदर्शन तो बहुत देखे होगें, और उनके तरीके भी कई बार बहुत अलग होते हैं. देवास में भी आज कुछ इसी प्रकार का विरोध देखने को मिला है. 90 करोड़ की लागत से रामनगर से बावड़ीया तक ब्रिज का निर्माण अपने अंतिम दौर में है. लगभग 2 किलोमीटर लंबाई वाले इस ब्रिज का निर्माण पहले देवास शहर के भोपाल चौराहे से LNB क्लब के आगे तक होना था, लेकिन इसकी जगह बदलकर शहर के बाहरी इलाके रामनगर से बावड़ीया तक कर दी गई. इस पर कांग्रेस ने विरोध जताया और ब्रिज को नाम दिया ‘जबरन ब्रिज’ प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था.
जानकारी के अनुसार जगह परिवर्तन का विरोध करते हुए आज कांग्रेसियों द्वारा इसका नामकरण ‘जबरन ब्रिज’ कर दिया गया. कांग्रेसियों ने ‘जबरन ब्रिज’ के बैनर,पोस्टर ब्रिज पर लगा दिए. पूर्व प्रदेश महामंत्री प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने इस ब्रिज को लेकर जमकर नारेबाजी भी की है.कांग्रेसी विकास नगर से रैली के रुप में राम नगर चौराहे तक पहुंचे. ब्रिज पर पोस्टर लगाकर नारियल फोड़कर हार फूल भी चढ़ा दिए. इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद था।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए निजी स्वार्थ के आरोप

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री और नेता प्रदीप चौधरी का कहा कि रामनगर चौराहे से बावडिय़ा चौराहे तक निर्मित ब्रिज जो कि असल में भोपाल चौराहे से LNB क्लब के आगे तक बनना था. जिसे अपने निजी स्वार्थ एवं हटधर्मिता के चलते भाजपा के लोगों ने राम नगर से बावडिय़ा चौराहे तक जबरन बनाया गया है. इसलिए हमनें इसका नामकरण जबरन ब्रिज के नाम से किया है. चौधरी ने बताया कि विकास के नाम पर अभी तक देवास का विनाश ही हुआ है. पहले भी भोपाल चौराहे से आवास नगर तक बनने वाले ब्रिज का स्थानांरतण भी निजी फायदे के लिए किया गया था. इन दोनों ब्रिज के बनने के बाद अब शहर में ट्रैफिक की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाएगी. जिससे आम जनता के लिए आने वाले समय भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
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