Breaking: रीवा में 30 घंटों के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म, ऐसी हालत में मिला मासूम कि मच गया हड़कंप
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Rewa Child Fall In Borewell: रीवा में बोरवेल में गिरे मयंक को बचाने के भरसक प्रयास किए जा रहे थे, NDRF की टीम मासूम तक पहुंचने की हर संभव कोशिश कर रही थी. 30 घंटों की मशक्कत के बाद NDRF की टीम बोरवेल में फंसे मयंक तक पहुंची तो खुशी की लहर दौड़ पड़ी, लेकिन मासूम की हालत देख सारा माहौल मातम में तब्दील हो गया. 30 घंटों से बोरवेल में फंसे 6 वर्षीय मयंक का शव बरामद किया गया है.
रीवा जिले में त्योथर के मनिका गांव में खुले बोरवेल में गिरे 6 साल के मयंक आदिवासी की जान बचाने के लिए भरसक प्रयास किए गए, 30 घंटे की मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की टीम मयंक तक पहुंचने में तो सफल हुई, लेकिन उसका शव बरामद किया गया है और परिवार का रो रोकर बुरा हाल है.
तमाम कोशिशें हो गई फेल?
शुक्रवार की शाम को खेत में खेलते हुए 6 वर्षीय मयंक करीब 70 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा था. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर रेस्क्यू टीम पहुंची. रेस्क्यू में 4 पुकलैंड और 8 जेसीबी सहित आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया गया. NDRF के साथ ही SDRF की टीम और स्थानीय प्रशासन पुलिस का अमला रेस्क्यू में लगा रहा. दरअसल, ना तो सीसीटीवी में मयंक की तस्वीर दिखाई दी और ना ही उस तक ऑक्सीजन पहुंच पाई. 30 घंटों की मशक्कत और तमाम कोशिशों के बाद मयंक का शव मिला है.
घटना की सूचना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रेस्क्यू की जिम्मेदारी उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को सौंपी थी. कलेक्टर प्रतिभा पाल ने शुरआत से ही मोर्चा संभाला. उनके साथ पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह और जिले के आला अफसर मौजूद रहे. स्वास्थ्य अमला मुस्तैद किया गया. प्रशासन ने 2 एंबुलेंस सहित चिकित्सकों की टीम को तैनात किया. शनिवार दोपहर में ही कयास लगाए जाने लगे थे कि बस अब मयंक को बाहर निकाल लिया जायेगा, लेकिन हार्डरॉक होने की वजह से काम की गति धीमी हो गई. रेस्क्यू लगातार जारी रहा और आज सुबह मयंक का शव बरामद किया गया है.
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