सांप के काटने से लड़की के मुंह से निकला झाग, अस्पताल में झाड़ फूंक कराते रहे परिजन, मौत
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![सांप के काटने से लड़की के मुंह से निकला झाग, अस्पताल में झाड़ फूंक कराते रहे परिजन, मौत Foam came out of the girl's mouth due to snake bite, relatives kept blowing broom in the hospital, death](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202306/khargone-snake-bite-768x432.png?size=948:533)
Khargone News: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में सांप के काटने के बाद अस्पताल के बेड पर अंध विश्वास और झाड़-फूंक के चलते नाबालिग की मौत हो गई. अस्पताल में झाड़-फूंक करने वाले ओझा को रोकने की बजाय मूकदर्शक बने रहे डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारी, युवती की हालत बिगड़ती देख जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया लेकिन अंधविश्वास और टोटके के चक्कर में युवती की मौत हो गई.
जानकारी किे मुताबिक खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर झिरन्या थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय युवती आशा खतवासे अंधविश्वास की भेंट चढ़ गई. दरअसल सुबह करीब 7:30 बजे घर में काम के दौरान आशा को सांप ने काट लिया। उसे तत्काल झिरन्या के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.
जहां परिजनों ने झाड़-फूंक करने वाले एक ओझा को बुला लिया जिसके कारण युवती का इलाज समय से नहीं हो पाया और उसकी मौत हो गई.
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डॉक्टरों सामने ही चलता झाड़-फूंख का खेल
प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने झाड़-फूंक करने वाले एक ओझा को बुला लिया और दुर्भाग्य से अस्पताल के बेड पर ही ओझा सांप काटने का जहर उतारने के लिए झाड़-फूंक करने लगा. करीब 2 घंटे तक अंधविश्वास का ये खेल सरकारी अस्पताल में चलता रहा लेकिन ना तो अस्पताल प्रशासन ने ओझा को झाड़-फूंक करने से रोका और ना ही युवती को खरगोन जिला अस्पताल रेफर किया गया.
जब 2 घंटे बाद युवती की हालत बिगड़ने लगी तो एंबुलेंस की व्यवस्था की गई. जननी एक्सप्रेस ना मिलने के कारण प्रायवेट वाहन से युवती आशा को गंभीर अवस्था में खरगोन रेफर किया गया, लेकिन खरगोन जिला अस्पताल से 16 किमी पहले ही बिस्टान के पास आशा ने दम तोड़ दिया.
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लड़की के इलाज के बजाय झाड़-फूंक में लगे रहे परिजन- CMHO
सीएमएचओ डॉ दौलत सिंह चौहान का कहना है मेरे संज्ञान में आया है, कि आशा राजू नाम की लड़की को सांप ने डंस लिया था. अस्पताल पहुंचने के बाद उपचार किया गया और लड़की को रेफर कर दिया गया था. लेकिन घरवाले माने नहीं और अन्य उपचार के लिए वहां पर झाड़-फूंक कराने लगे. उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो कहा हमको तो ले जाना है. वहां के बीएमओ ने एंबुलेंस को कॉल किया था फिर रास्ते में 108 बुलाकर खरगोन रेफर किया गया. रास्ते में लड़की की मौत हो गई. हां या अंधविश्वास का मामला आ रहा है. अंध विश्वास के चक्कर में उपचार करते, गलत बात है हम जनता से भी अपील करेंगे कि अंधविश्वास में ना पड़े. बारिश का मौसम है सांप निकलते हैं सांप काट ले तो अंधविश्वास में ना रह कर तत्काल उपचार कराएं.
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