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Guna Bus Accident: राख में ढूंढते रहे जिंदा जले अपनों के निशान, अब DNA टेस्ट ही आखिरी उम्मीद

विकास दीक्षित

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Guna Bus Accident: मध्य प्रदेश के गुना में 27 दिसंबर यानि बुधवार को हुई भीषण बस हादसे में 13 यात्री जिंदा जल गए थे. 17 यात्रियों को घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं घटना के 24 घंटे बाद भी 13 यात्री लापता बताए जा रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि जिंदा जले 13 लोगों में से एक व्यक्ति की भी पहचान नहीं हो पाई है. जांच में सामने आया है कि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे.

घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी प्रशासन के हाथ बंधे हुए हैं. प्रशासन मृतकों की पहचान उजागर नहीं कर पाया है. हालांकि प्रशासन ने 13 लापता यात्रियों की सूची जारी की है जो हादसे के वक्त बस में सवार थे. मृतकों और लापता यात्रियों की संख्या भी बराबर है यानी 13 लोग मिल ही नहीं पाए हैं. प्रबल संभावना यही है कि उनकी भी मौत हो गई होगी. फिलहाल खोजबीन जारी है.

DNA सैंपल कलेक्ट किए गए हैं: प्रभारी कलेक्टर

हादसे के बाद कलेक्टर राठी को हटाने के बाद प्रथम कौशिक को प्रभारी कलेक्टर बनाया गया है. प्रभारी कलेक्टर ने बताया, ‘मृतकों के DNA सैंपल कलेक्ट कर लिए गए हैं और ग्वालियर लेबोरेट्री में जांच के लिए भेज दिया गया है. 13 लोगों के जले हुए शव मिले हैं और 13 ही लोग लापता हैं जो आपस में मैच हो रहे हैं.’

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‘फिलहाल गंभीर तौर पर घायल यात्रियों को भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया है. घायलों के परिजनों को विश्राम के लिए जिला अस्पताल के रेडक्रॉस भवन में जगह दी गई है, जहां भोजन की व्यवस्था भी की गई है.’

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सीएम मोहन यादव नहीं दे पाए श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुना पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की थी. मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री के लिए फूलमालाओं की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पीड़ित परिजनों की चीख पुकार सुनकर मुख्यमंत्री व्यथित हो गए, इसलिए वह मृतकों को श्रद्धांजलि नहीं दे पाए. फूलमालाएं पोस्टमॉर्टम रूम के बाहर टंगी रह गईं.

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सीएम मोहन यादव की बड़ी कार्रवाई

इसके साथ ही बड़ी कार्रवाई करते हुए गुना कलेक्टर तरुण राठी को हटा दिया है और उनकी जगह पर सीईओ जिला पंचायत प्रथम कौशिक को प्रभारी कलेक्टर बना दिया गया है. संजय कुमार झा जो ट्रांसपोर्ट कमिश्नर थे और ग्वालियर में बैठा करते थे, उनको यहां से हटाकर अब विशेष पुलिस महानिदेशक बनाकर पुलिस हेडक्वार्टर में अटैच कर दिया है. गुना एसपी विजय कुमार खत्री को भी यहां से हटाकर पुलिस मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है.

चार सदस्यीय जांच समिति का गठन

सीएम मोहन यादव ने अपने वीडियो संदेश में बताया कि ‘गुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी. मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.साथ ही परिवहन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने को कहा है.

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