मेले में गुब्बारों पर निशाना लगाते-लगाते ये किसान पुत्र कैसे बन गया अर्जुन अवार्डी, पूरी कहानी जानें
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![मेले में गुब्बारों पर निशाना लगाते-लगाते ये किसान पुत्र कैसे बन गया अर्जुन अवार्डी, पूरी कहानी जानें Arjun Award Aishwarya Pratap Singh Tomar, MP Sports, MP Sports News](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202401/whatsapp-image-2024-01-10-at-11.49.58-960x540.jpeg?size=948:533)
Arjun Award: मध्य प्रदेश के खरगोन में छोटे से गांव के किसान पुत्र ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन अवार्ड से नवाजा है. बचपन में मेले में गुब्बारों पर निशाना लगाने वाले ऐश्वर्य को अर्जुन अवार्ड मिलने पर खरगोन में भारी उत्साह है. खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर झिरन्या विकासखंड के छोटे से गांव रतनपुर रहने वाले ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने सफलता के ऐसे झंडे गाड़े की खेलों का सर्वोच्च पुरस्कार माने जाने वाले अर्जुन अवार्ड से उन्हें राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने सम्मानित किया है.
मध्य प्रदेश शूटिंग एकैडमी भोपाल के खिलाड़ी ऐश्वर्य ने 2023 में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. वर्ष 2023 उनकी उपलब्धियों के नाम रहा. उन्होंने चीन में हुए 19 वें एशियाई खेल में दो स्वर्ण पदक, 10 मीटर राइफल टीम और 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन, एक रजत पदक जीता है. 50 मीटर राइफल थ्रू पोजीशन और एक कांस्य पदक, साथ ही 10 मीटर व्यक्तिगत जीता है.
इसके अलावा चोंगवोन दक्षिण कोरिया में आयोजित 15वी एशियन शूंटिंग चैंपियनशिप में व्यक्तिगत रूप से एक स्वर्ण पदक और टीम में एक रजत पदक जीता. बांकु में आयोजित आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण पदक टीम के लिए जीता है. निशानेबाजी में उनकी उपलब्धियां को देखते हुए वर्ष 2023 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया है.
भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान
प्रतिभावान खिलाड़ी ऐश्वर्य के पिता वीर बहादुर सिंह तोमर का कहना है, बेटे को भारत के दूसरे सबसे बड़े खेल सम्मान अर्जुन अवार्ड महामहिम राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के हाथों से मिलने से वे अभिभूत हैं. ऐश्वर्य की मां हेमा तोमर ने कहा हमें बेटे पर गर्व है. छोटे से कस्बे रतनपुर में पढ़ने वाले ऐश्वर्य प्रताप सिंह का कहना है, उनका सपना ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है.
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उन्होंने बताया बचपन में पापा के साथ खरगोन के प्रसिद्ध नवग्रह मेले में और शिव बाबा मेले में जब भी जाता था गुब्बारों को निशाने लगाने की जिद करता था. पिताजी और भाई नवदीप सिंह राठौड़ ने हमेशा मुझे निशानेबाजी के लिए प्रोत्साहित किया इसी का परिणाम है कि मुझे सफलता मिलते चलते चली गई.
जिले के पहले खिलाड़ी हैं ऐश्वर्य
झिरनिया तहसील मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर रतनपुर में रहने वाले ऐश्वर्य जिले के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया है. इस पुरस्कार के रूप में उन्हें 15 लाख रुपए नकद, अर्जुन की कांस्य प्रतिमा और एक प्रशस्ति पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सौंपा गया है.
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ऐश्वर्या के ओलंपिक में शामिल होने की संभावना
ऐश्वर्य के पिता वीरबहादुर सिंह तोमर किसान हैं. उन्होंने बताया 29 अगस्त 2020 को खेल दिवस पर एकलव्य पुरस्कार ऐश्वर्य को मिल चुका है. अकादमी से बताया गया है कि विक्रम अवार्ड मिलने की संभावना है. ऐश्वर्य को फिलहाल ओलंपिक कोटा नहीं मिला है लेकिन बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए ओलंपिक में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.
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