मंडला में खून से पत्र लिखकर लगाई रेलमंत्री से ट्रेन सुविधाओं की गुहार, आंदोलन की चेतावनी
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![मंडला में खून से पत्र लिखकर लगाई रेलमंत्री से ट्रेन सुविधाओं की गुहार, आंदोलन की चेतावनी Mandla wrote a letter in blood requesting the Railway Minister for train facilities, warning of violent agitation](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202305/mandla-news-768x432.png?size=948:533)
Mandla News: मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से यात्री गाड़ियों के संचालन और रेल से संबंधित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए खून से रेल मंत्री को पत्र लिखा गया है. मंडला में छोटी लाइन के बड़ी रेल लाइन में परिवर्तित होने के बाद से 2 यात्री गाड़ियों का संचालन तो किया जा रहा है, लेकिन ये यात्री गाड़ियां मंडला से नैनपुर और नैनपुर से जबलपुर तक जा रही हैं. मंडला से अन्य जगहों के लिए रेलवे की कोई कनेक्टिविटी फिलहाल हासिल नहीं है.
लोगों की मांग है कि छोटी रेल लाइन के समय मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से जिस तरह रेलगाड़ी का संचालन किया जाता रहा है. उसी तरह से मंडला से जबलपुर, मंडला से नागपुर, बालाघाट, गोंदिया के लिए ट्रेन शुरू की जाए. इन्हीं सब मांगों को लेकर ब्रॉड गेज रेलवे संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में लोगों ने रेल मंत्री को अपने रक्त से पत्र लिखकर रेल सेवा के विस्तारीकरण की मांग की है.
खून से खत लिखकर की मांग
खून से रेल मंत्रालय को पत्र लिखा गया है. जैसा कि आप सबको मालूम है कि रेलवे संघर्ष समिति बड़े समय से संघर्ष कर रही है. जब छोटी रेल लाइन मंडला में थी तो जो सुविधा मिली थी जो पुराना टाइम टेबल था, वह भी अब नहीं है. इसकी वजह से आवागमन में भारी समस्या है, लाभ नहीं मिल पाया है. गरीबों को जो नागपुर जाना पड़ता है ₹400 देकर बस से जा रहे हैं. कनेक्टिविटी नहीं है. रायपुर, नागपुर के लिए कोई कनेक्टिविटी नहीं है. जबलपुर का व्यक्ति जबलपुर से भोपाल जाकर शाम को घर आ जाता है, लेकिन मंडला का आदमी को 100 किलोमीटर जबलपुर जाकर रेल के अभाव में मंडला वापस नहीं आ सकता. इस वजह से हम रेल मंत्रालय को खून से पत्र लिख रहे हैं ताकि रेल चालू की जाए.
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मंडला के साथ लगातार किया जा रहा दोहरा व्योहार
महाकौशल क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण जिला मंडला जिला है, लेकिन लगातार ब्रॉडगेज रेल संघर्ष समिति के माध्यम से जो आंदोलन महाकौशल क्षेत्र में जिसमें सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, गोंदिया में किया और उसका यह परिणाम हुआ कि रेल प्रशासन पूरी तरह से दबाव में आया और सिवनी से छिंदवाड़ा – नैनपुर के बीच रेल प्रारंभ हुई. साथ ही जबलपुर – गोंदिया के बीच ट्रेन प्रारंभ हो चुकी है. लेकिन यह मंडला क्षेत्र का बड़ा भारी दुर्भाग्य है कि जो सीधी रेल सेवा रायपुर, नागपुर, जबलपुर के होनी चाहिए थी वो नहीं है.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
इंदौर क्षेत्र में जो बालक पढ़ने जाते हैं, वहां की भी सीधी रेल सेवा होनी चाहिए. इन सभी मांगों को लेकर ब्रॉडगेज रेल संघर्ष समिति के माध्यम से हमने आज खून से पत्र लिखे हैं. सरकार को जनता की भावना का आदर करते हुए सिवनी में पत्र लिखने के 3 दिन बाद ट्रैन शुरू कर दी गई थी. उसी तरह मंडला से भी रेल सेवा शुरू होना चाहिए. अन्यथा इस आंदोलन की जो चिंगारी शुरू हुई है. वह दिल्ली तक जाएगी. हम दिल्ली में जाकर भी प्रदर्शन करेंगे. सांसद की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है लेकिन उनकी तरफ से जो उदासीनता दिखाई दे रही है. एक तरफ तो वे केंद्र में मंत्री हैं लेकिन मंडला क्षेत्र जो है वह अभावग्रस्त है. यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य ऐसा नहीं होना चाहिए.
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