Sagar Murder Case: चाचा के शव को लाते हुए भतीजी की संदिग्ध मौत, मुंहबोली भांजी की मौत पर भड़के दिग्विजय
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Sagar Crime News: सागर जिले के खुरई से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां हत्या के गवाह को राजीनामा करने का दबाव बनाने बुलाया और जब नहीं माना तो आरोपियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. वहीं इसके बाद मृतक का पोस्टमार्टम करने के बाद बॉडी को परिजन घर ला रहे थे, तब रास्ते में शव वाहन से गिरकर भतीजी की मौत हो गई. इस मामले के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. दरअसल, मृतिका पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की मुंह बोली भांजी है. कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद से एमपी की सियासत गरमा गई है.
इस घटनाक्रम के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मृतक के गांव बरोदिया नौनागिर पहुंचे. पीड़ित परिवार से मिले और 9 महीने पहले जिसे भांजी बनाया था, उसके अंतिम संस्कार में शामिल हुए. दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में जिला प्रशासन के रवैया पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने जिला प्रशासन से निराश होने की बात कही और सागर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की.
कांग्रेस ने लगाए बीजेपी नेता पर आरोप
कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मध्य प्रदेश में BJP का जंगलराज. पहले BJP के नेताओं ने एक दलित लड़की का यौन उत्पीड़न किया और फिर उसे धमकाते रहे कि ये बात किसी से मत कहना. डरी-सहमी लड़की ने ये बात अपने परिवार को बताई और फिर तमाम मशक्कत के बाद FIR हुई. इसके बाद से BJP के नेता दलित परिवार पर समझौते का दबाव बनाने लगे. जब समझौते के लिए परिवार राजी न हुआ तो लड़की के भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी.
"दलित लड़की के भाई की हत्या के बाद से BJP नेता परिवार पर समझौते के लिए तमाम दबाव डाल रहे थे. इसे लेकर तीन दिन पहले समझौते के लिए लड़की के चाचा को बुलाया गया और वहां उनकी हत्या कर दी गई. अब खबर है कि दलित लड़की अपने चाचा की लाश को एंबुलेंस में लेकर गांव आ रही थी और रास्ते में एंबुलेंस से गिरकर उसकी मौत हो गई."
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राजीनामा के लिए पहुंचे युवक की पीटकर हत्या
सागर के बरोदिया नौनागिर में 9 महीने पहले अगस्त 2023 में नितिन अहिरवार नाम के युवक की गांव के लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. तब यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था. इसी मामले में राजीनामा का दबाव बनाया जा रहा था. राजेंद्र अहिरवार को पप्पू रजक के घर पर बुलाया गया था, जहां पर विवाद हुआ था. इसमें दोनों पक्ष के एक-एक व्यक्ति राजेंद्र अहिरवार और पप्पू रजक घायल हुए, लेकिन इसमें राजेंद्र अहिरवार की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया.
घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए बीना एडिशनल एसपी और खुरई एसडीओपी ने मोर्चा संभाला. राजेंद्र के पिता की रिपोर्ट पर आशिक, बबलू , इसराइल, फहीम, टंटु सहित अन्य लोगों पर खुरई थाने में मामला दर्ज कराया गया था.
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चाचा के शव वाहन से कूदी भतीजी?
राजेंद्र अहिरवार का रविवार की सुबह पोस्टमार्टम बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कराया गया. यहां पर अंजना अहिरवार ने मीडिया को एक दिन पहले हुए पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी. इसके बाद राजेंद्र अहिरवार की बॉडी को लेकर परिवार अपने घर जा रहा था. बड़ोदिया पहुंचने से करीब 20 किलोमीटर पहले खुरई के रैगांव में अंजना शव वाहन से गिर गई. बताया जा रहा है कि अंजना ने शव वाहन से छलांग लगाई थी.
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हर वक्त घायल के साथ थी मृतिका
एडिशनल एसपी संजीव कुमार ने बताया कि शनिवार को ही यह घटनाक्रम हुआ है. इस मामले की विवेचना की जा रही है कि किस वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया है. वहीं इसमें जिस युवती की मौत हुई है वह घटना के बाद से ही घायल चाचा के साथ थी. अस्पताल में इलाज चल रहा था तब भी वह साथ थी, आज पोस्टमार्टम हो रहा था तब भी वह साथ थी, रास्ते में खुरई के पास वह कूद गई, जिससे उसकी मौत हुई है.
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग
वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रशासन ने अंजना को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, क्या उन्होंने उसे नौकरी दी? उन्होंने कुछ अन्य वादे भी किए जैसे (आरोपियों के) घर गिरा देना, क्या उन्होंने तोड़ा? ...मैं किसी के घर पर बुलडोजर चलाने के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन आप कार्रवाई के नाम पर कई लोगों के घर तोड़ देते हैं. उन्होंने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की.
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