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कूनो नेशनल पार्क से पहली बार बाहर निकल आबादी में पहुंचा ‘ओबान’, दशहत में ग्रामीण

खेमराज दुबे

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Cheetah reached the fields 20 km away from Kuno, rescue started by forest department, villagers in Dashhat
Cheetah reached the fields 20 km away from Kuno, rescue started by forest department, villagers in Dashhat
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Sheopur News:  देश की धरती पर 70 साल बाद बसाए जा रहे रफ्तार के राजा चीते अब श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में तो धमाचौकड़ी मचा ही रहे है. चीते अब कूनो पार्क की हद छोड़ गांव में भी पहुंचने लगे हैं, यही वजह है कि अब चीतों की दस्तक को लेकर गांवों में हड़कंप मचने लगा है. इसके साथ ही अब वन विभाग की मुश्किलें भी बढ़ने लगी है. रविवार को कूनो पार्क से कई किमी दूर झार बडौदा और इकलौद गांवो में चीता ओबान देखा गया है. जहां चीता गांव से गुजरते हुए खेतो तक पहुंच गया. जिसके बाद गांव वाले हैरानी में पड़ गए और चीते की तलाश में जुट गए. वहीे चीतों की पल -पल की मॉनिटरिंग कर रही टीम और वन अमला भी चीते को सुरिक्षत बापस कूनो के जंगल में जे लाने के लिए रेस्क्यू में जुट गया है. खास बात यह है कि खुले में घूमते किसी चीते की पहला वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया है. जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

जानकारी के मुताबिक कूनो नेशनल पार्क में पिछले साल सितंबर माह में नामीबिया से लाकर बसाए गए 8 चीतों को अब करीब 7 माह का समय बीतने को है, तो वही 18 फरवरी को साउथ अफ्रीका से भी 12 नए चीते लाकर पार्क में बसाए गए है,पार्क में चीतों का कुनबा 23 हो गया है. सभी चीतो को अपना नया घर रास आने लगा है. लेकिन वन विभाग की मुश्किलें भी बढ़ने लगी है.

रहवासी क्षेत्र में पहुंचा चीता ओबान
11 मार्च को कूनो पार्क के बड़े बाडे से बाहर निकाल कर खुले जंगल में छोडे गये नर चीता ओबान ने तो ऐसी रफ्तार भरी की वही आज पार्क के सामान्य वन मंडल को भी पीछे छोड़ विजयपुर अंचल के झार बड़ौदा और इकलौद गांव में जा पहुंचा. वह गांव से गुजरते हुए गेंहू के खेतों में जा घुसा. यह देख ग्रामीण दहशत में आ गए. लाठी डंडे लेकर चीते की तलाश में जुट गए है. वही कूनो की मॉनिटरिंग टीम ओर अफसर भी झार बड़ौदा पहुंचकर चीते ओवान को वापस ले जाने में जुट गए है.

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मॉनिटरिंग टीम की नजर में ओबान
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जसवीर सिंह चौहान ने एमपीतक से फोन पर चर्चा करते हुए बताया कि हा यह सही है कि नामीबियाई चीता ओबान कूनो पार्क की सीमा रेखा को लांघ कर विजयपुर क्षेत्र के झार बड़ौदा और गोलीपुरा गांवो में जा पहुंचा है. हमारी चीतों की हर मूवमेंट पर हमारी नजर है. चिंता की कोई बात नही हमारी टीमें चीते के करीब हैं उसे जल्द ही पार्क के खुले जंगल मे पहुंचा दिया जाएगा यदि वह खुद नहीं जा सकेगा तो पकड़कर ले जाया जाएगा.

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गेहूं के खेत में देखा गया ओबान
चीता टास्क फोर्स के अधिकारियों ने पिछले दिनों ही ओबान, आशा, फ्रेंडी और एल्टन नाम के चीतों को बाड़े से खुले जंगल में रिलीज किया था. इसके बाद से ये चारों लगातार कूनो से बाहर निकलकर कभी टिकटॉली इलाके में तो कभी मोरावन क्षेत्र में स्पॉट किए जा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सुबह से उनके गेहूं के खेतों में चीता घुसा हुआ है. हम पहले इसे तेंदुआ समझ रहे थे, बाद में पता चला है कि यह चीता है. वन विभाग की टीम चीते को बापस कूनो ले जाने की प्रयास में जुटी हुई है.

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