कूनो चीता सफारी से आई बुरी खबर, गामिनी के चीता शावक की मौत, सामने आई ये बड़ी वजह

खेमराज दुबे

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कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबर सामने आई है.
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कूनो नेशनल पार्क में गामिनी के पांच में से 1 चीता शावक की मौत

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शावक की मौत की बड़ी वजह सामने आई है, पार्क प्रबंधन नहीं बचा पाया

Kuno National Park: मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से एक और बुरी खबर सामने आई है. सोमवार को एक चीता शावक की मौत हो गई. पिछले सप्ताह इस शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया था, लेकिन उपचार के दौरान सोमवार को मौत हो गई. ये शावक मादा चीता गामिनी के 5 शावकों में से एक था. अब गामिनी के 4 शावक बचे हैं.

अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और सिंह परियोजना संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि गत 29 जुलाई की शाम 6.30 बजे नियमित निगरानी के दौरान मादा चीता गामिनी के पांच शावकों में से एक शावक अपने शरीर के पिछले हिस्से को उठाने में असमर्थ दिखाई दे रहा था. निगरानी के दौरान थोड़ी देर बाद शावक सम्पूर्ण पिछले हिस्से को घसीट कर चलता हुआ दिखाई दिया. 

शावक को तत्काल रेस्क्यू कर चिकित्सालय लाकर जांच की गई, जिसमें शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर पाया गया. हालांकि शावक को उपचार कर शावक को सघन निगरानी में रख जा रहा था. लेकिन सोमवार की सुबह शावक की एकाएक तबियत खराब हुई, जिसका आपातकालीन उपचार किया गया लेकिन शावक की मृत्यु हो गई. शर्मा ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद मृत्यु का कारण पता लगेगा.

यहां बता दें कि कूनो में मादा चीता गामिनी ने 10 मार्च 2024 को 6 शावकों को जन्म दिया था, जिसमें से एक की मौत गत 4 जून को हो गई थी. वहीं एक ओर शावक की मौत 5 अगस्त हो गई. अब गामिनी के 4 शावक शेष बचे हैं.

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29 जुलाई से चल रहा था इलाज

29 जुलाई को रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर के बाद से उपचारत शावक ने आज दम तोड़ दिया. यह मादा चीता गामिनी के 5 शावकों में से एक था.  कूनो प्रबंधन के मुताबिक 29 जुलाई को रूटीन मॉनिटरिंग के तहत जब कूनो के वनकर्मी गामिनी के पास पहुंचे तो पाया कि उसके 4 शावक तो स्वस्थ थे लेकिन एक शावक चल नहीं पा रहा था. जब उसे चलाने की कोशिश की गई तो वो आगे के दो पैरों पर तो चला लेकिन शरीर का पिछला हिस्सा घसीट कर चल रहा था जिसके बाद उसे रेस्क्यू कर इलाज शुरू किया गया लेकिन सोमवार 5 अगस्त को उसने दम तोड़ दिया. 

बता दें कि अब कूनो में 13 वयस्क और 12 शावकों को मिलाकर कुल 25 चीते हैं जो स्वस्थ हैं. वयस्क चीतों को टिक एवं अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक उपचार किया गया है. सभी चीतों की नियमित निगरानी की जा रही है.

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