Impact feature: युवा कलाकार देव का न था कोई सहारा, न मिला उन्हें किस्मत का कोई पिटारा…छोटी सी उम्र में पिता के स्वर्गवास के पश्चात झीलों की नगरी उदयपुर के युवा कलाकार देव मेनारिया के कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई. जिसके कारण छह वर्ष की आयु से ही उन्हें जीवन यापन के लिए संघर्ष करना पड़ा. बल्लभगढ़ के छोटे से गांव में मेनार से शिक्षा प्राप्त कर कठिन परिश्रम करते हुए देव ने मॉडलिंग और एक्टिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई.
शुरुआती दौर में अपने परिवार का खर्च उठाने और स्वयं को मुंबई में बनाए रखने के लिए उन्होंने आय के साधन के लिए विभिन्न कार्य किए, तब जाकर एक लंबे इंतजार और कठिन परिश्रम के पश्चात उन्होंने कुछ छोटे-छोटे रोल्स मिले, जिसमें उन्होंने अपना नाम बनाने लिए कई बार कम पैसों में काम किया तो कभी मुफ्त में. कुछ समय उन्होंने अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण स्लम बस्ती में भी गुजारे.
इसी तरह अपनी किस्मत और हाथ की लकीरों से लड़कर अपने मेहनत के दम पर देव ने 2018 में सोनी टीवी के सीरियल नुक्कड़ एक चौपाल से प्रसिद्धि पाई. उसके बाद 2020 में सुपर मॉडल का खिताब जीत कर देव ने फ़िल्म एंड टेलीविजन की दुनिया में अपनी एक अनोखी और अलग पहचान बनाया. देव ने यह सिद्ध किया कि एक छोटे से शहर का लड़का भी अपनी बड़ी पहचान बना सकता है.
वर्तमान समय में देव कई म्यूजिक वीडियो और छोटे-बड़े फ़िल्म प्रोजेक्ट और वेब सीरीज का हिस्सा है. जिन्होंने लोकप्रियता के शिखर को छुकर लोगों का मन मोहा है. जिसमें से एक है “साजिश द कांफ्रेंसिंग” इसमें देव एक नायक की भूमिका में नजर आएंगे.
हाल ही में देव मेनारिया ने अपने बचपन के संघर्षपूर्ण जीवन को याद करते हुए जरूरतमंद लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से अपनी नई फ़िल्म ‘डॉ. आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन पर आधारित ‘हेडगेवार’ के अपने प्रॉफिट को दान कर दिया है. जिससे कई सामाजिक कार्य किये गए हैं, उनकी इस उदारता और दयालु स्वभाव के कारण प्रशंसकों ने उन्हें खूब सराहा है. देव अपने बहुमुखी प्रतिभाओं के लिए जाने जाते हैं, इसी क्रम में उनकी आने वाली फिल्म ‘डॉ. आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन पर आधारित ‘हेडगेवार’ पहले से ही फ़िल्म जगत में धूम मचा रही है.