Rang Panchmi Indore: इंदौर में रंगपंचमी की धूम देखने को मिली. रंगपंचमी पर कई बरसों से निकल रही गेर में इस बार भी लाखों लोग शामिल हुए और इस उत्सव का जमकर लुत्फ उठाया. लेकिन सबसे बड़ा कमाल ये रहा है कि इंदौर में गेर के खत्म होते ही कुछ ही घंटों के अंदर शहर की सड़कों से हजारों किलो रंग गायब हो गया. सड़कें पहले की तरह एकदम साफ-सुथरी हो गईं. यह कारनामा शहर के उन सफाईकर्मियों ने किया जो हमेशा शहर को स्वच्छता में नंबर वन का ताज दिलाते रहे हैं. रंग पंचमी के रंग में सराबोर होने के बाद इंदौर पहले जैसा ही चमकने लगा. इस बार 7 लाख लोग इस ऐतिहासिक उत्सव में शामिल हुए. देखें ये खास रिपोर्ट...
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गेर में शामिल हुए 7 लाख लोग
रंग पंचमी पर निकलने वाली ऐतिहासिक गैर में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी शामिल हुए. गेर में शामिल होने आए सीएम मोहन यादव के साथ कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय खुली जीप में निकले. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश वासियों के साथ खासकर इंदौर वासियों को इस परम्पराग निकलने वाली गेर की शुभकामनाएं दी.
सीएम ने कहा कि हमारे यहां पर राधा कृष्ण के जमाने से होली का एक आनंद मनाया जाता रहा है, वैसे अवध की होली भी 17 लाख साल पुरानी है. हमारा यह रंगों का पर्व प्रेम भाईचारा बढ़ाने वाला है. हम सब अपने जीवन की तनाव मिटकर इस रंगों के त्यौहार में कारोबार होकर प्रेम रंग में डूब कर हम दुनिया की तमाम दुश्मनी भूल जाते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि होली से लेकर पंचमी तक मालवा में ही लगातार आनंद के साथ चलता है.
गेर को यूनेस्को से जोड़ने की कोशिश: सीएम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा- "आज दुनिया हमारी ओर देख रही है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यहां के संस्कृति, काल वैभव, सभ्यता और हर क्षेत्र में आनंद है. खासकर ये कहूंगा कि इस पर्व में आनंद और मस्ती है खास कर अपने सारे कष्ट भूल कर इस त्यौहार को मानने से नया जन्म और नया साल मनता है."
मुख्यमंत्री ने कहा, "इंदौर के रंगों की गेर को यूनेस्को में जोड़ने का प्रयास किया है. मैं इसके लिए केंद्र सरकार के माध्यम से प्रयास करूंगा कि इंदौर की गैर यूनेस्को का हिस्सा बने. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गुजरात के गरबे को यूनेस्को शामिल किया गया है. अब हमारे रंगों का त्योहार और इंदौर का रंग पंचमी में समूचा मालवा और निमाड़ जिले के लोग यहां पर शामिल होते हैं जिसमें लाखो लोग एक साथ बिना भेद भाव के एक दूसरे को रंग गुलाल लगते है ऐसे अन्य जगह नही होता."
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