बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का दावा, इन 5 सीटों पर बीजेपी को झौंकना होगी पूरी ताकत, तब मिलेगी 29-0 से जीत

हेमेंदर शर्मा

11 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 11 2024 3:39 PM)

बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा का कहना है कि मध्यप्रदेश में 29-0 से जीत दर्ज करने के लिए जरूरी है कि कुछ पांच सीटे हैं जहां पर बीजेपी को पूरी ताकत से चुनाव लड़ना होगा.

MP BJP, BJP former state president Prabhat Jha

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Prabhat Jha interview: बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने एमपी तक से खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने खुलासा किया है कि इस बार बीजेपी हर हाल में मध्यप्रदेश में 29-0 की जीत दर्ज करना चाहती है और इसके लिए बीजेपी हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन बीजेपी के इस सपने को पूरा करने में मध्यप्रदेश की 5 सीटें बड़ी चुनौती बन सकती हैं और जब तक इन 5 सीटों को बीजेपी नहीं जीतेगी, बीजेपी का 29-0 का ख्वाब पूरा होना मुश्किल होगा.

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प्रभात झा ने एमपी तक से कहा कि बीजेपी हर सीट पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ती है लेकिन 5 सीटों पर बीजेपी को खास ध्यान देना होगा और बीजेपी इस दिशा में काम भी शुरू कर चुकी है. प्रभात झा के अनुसार छिंदवाड़ा, राजगढ़, ग्वालियर, मुरैना और बालाघाट ये वे 5 सीटें हैं, जिन पर बीजेपी को पूरी ताकत झौंकना होगी, तभी इन सीटों पर जीत मिल सकेगी.

प्रभात झा कहते हैं कि यही वजह है कि मध्यप्रदेश में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो कर रहे हैं. अमित शाह और राजनाथ सिंह जगह-जगह जनसभाएं कर रहे हैं. छिंदवाड़ा में तो खुद सीएम मोहन यादव पूरी टीम के साथ लगे हुए हैं. प्रभात झा का कहना है कि ग्वालियर, मुरैना, राजगढ़, छिंदवाड़ा और बालाघाट पर जरूर बीजेपी को अपनी दोगुनी ताकत लगाकर इन सीटों पर कांग्रेस का मुकाबला करना होगा.

आखिर ये 5 सीटें क्यों हैं चुनौती

बालाघाट नक्शल प्रभावित इलाका रहा है. यहां आदिवासी और दलित वोटर्स बड़े पैमाने पर निर्णायक रहते हैं. इसलिए बीजेपी को अधिक काम करना होगा. छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ है लेकिन इस बार बीजेपी ने कमलनाथ के कई सारे करीबी नेताओं को भाजपा में शामिल कर लिया है लेकिन इसके बाद भी कमलनाथ की लोगों से भावुक अपील की वजह से बीजेपी के लिए अभी भी छिंदवाड़ा में बड़ी चुनौती है. ग्वालियर और मुरैना में जाति के आधार पर बड़े पैमाने पर वोटिंग होती है और इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों की तुलना में बीजेपी के उम्मीदवार अपेक्षाकृत कमजोर दिए गए हैं. जिसकी वजह से भी ग्वालियर और मुरैना सीट पर चुनाव टक्कर का हो गया है.

राजगढ़ सीट पर दिग्विजय सिंह स्थानीय होने की वजह से लोगों से आखिरी चुनाव की भावुक अपील कर रहे हैं. स्थानीय सांसद रोडमल नागर को लेकर भी स्थानीय लोग बहुत अधिक खुश नहीं है, इसलिए रोडमल नागर को सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में स्थानीय लोगों से जनसभा के दौरान ही भरे मंच से माफी भी मांगनी पड़ रही है. ऐसे में राजगढ़ सीट पर भी चुनाव टक्कर का नजर आ रहा है.

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