MP Loksabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले जांच टीमें काफी सक्रिय दिखाई दे रही हैं. यही कारण है कि छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा से कांग्रेस विधायक नीलेश उइके के घर आबकारी विभाग और जिला प्रशासन ने आज सुबह छोपमार कार्रवाई की है. इस छापेमार कार्रवाई के बाद मानों सियासी गलियारों में गर्माहट आ गई है.
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आपको बता दें छिंदवाड़ा समेत 6 लोकसभा सीटों पर 19 तारीख को मतदान होने वाला है. पांढुर्णा, छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आता है. आबकारी विभाग की इस कार्रवाई के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. वहीं इस पूरे मामले पर आबकारी अधिकारियों की मानें तो शिकायत के आधार पर छापेमार कार्रवाई की गई है. आपको बता दें इस छापे में पुलिस को कुछ भी नहीं मिला है.
कार्रवाई के दौरान विधायक खुद रहे मौजूद
पांढुर्णा विधायक नीलेश उइके के घर पर यह छापामार कार्रवाई रविवार को की गई. इस कार्रवाई में पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमें शामिल थीं. हालांकि, जांच में जुटे विभागीय अधिकारियों के हाथ कुछ भी नहीं लगा है. साथ ही आधिकारिक कार्रवाई के पीछे क्या वजह है, इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है. अधिकारियों की माने तो शिकायत के आधार पर ही जांच की गई है. पुलिस और आबकारी विभाग की कार्रवाई के दौरान विधायक खुद वहां मौजूद रहे.
अवैध शराब की शिकायत पर की गई छापेमारी
सर्चिंग के दौरान पुलिस टीम और आबकारी टीम के हाथ कुछ भी नहीं लगा है, लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा बनाए गए पंचनामा में अवैध शराब की जमाखोरी की शिकायत पर सर्चिंग की वजह बताई गई है. आपको बता दें पुलिस विधायक के घर के आस-पास के खेत और जमीनों पर भी जांच करती रही लेकिन टीम को खाली हाथ ही लौटना पड़ा.
जीतू बोले ये सरकार की तानाशाही
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, "पांढुर्णा विधायक नीलेश उइके जी के घर से लेकर खेत तक प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच की, जब कुछ नहीं मिला तो खाली हाथ लौटना पड़ा.
आदिवासी विधायक को BJP द्वारा प्रताड़ित किया जाना तानाशाही को दर्शा रहा है. @DrMohanYadav51 जी, सत्ता का इतना दुरुपयोग भी मत कीजिए.
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