दिग्विजय सिंह को किस नगर सेठ ने दी थी ये काम की सीख, जिसके बाद बदल गई उनकी पूरी जिंदगी, जानें

एमपी तक

05 May 2024 (अपडेटेड: May 5 2024 12:50 PM)

दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस के कई अन्य उम्मीदवारों की तुलना में दिग्विजय सिंह काफी मजबूत नजर आ रहे हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी का फलसफा बदल जाने का हवाला दिया है.

दिग्विजय सिंह ने कहा यह मेरे जीवन का आखिरी चुनाव है, जनता आकलन करे मैं कितना सफल रहा.

दिग्विजय सिंह ने कहा यह मेरे जीवन का आखिरी चुनाव है, जनता आकलन करे मैं कितना सफल रहा.

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Digvijay Singh: दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस के कई अन्य उम्मीदवारों की तुलना में दिग्विजय सिंह काफी मजबूत नजर आ रहे हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी का फलसफा बदल जाने का हवाला दिया है. दिग्विजय सिंह ने अपनी पोस्ट में एक नगर सेठ का हवाला दिया है, जिन्होंने उनकी न सिर्फ जिंदगी बदल दी बल्कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए एक नई दिशा भी दी. दिग्विजय इस पोस्ट के जरिए राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से अपील भी करते हैं कि आज वो जो कुछ भी हैं, वह क्षेत्रीय लोगों की बदौलत हैं और जीवन के इस आखिरी चुनाव में उनको अपने लोगों का साथ चाहिए.

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दिग्विजय सिंह एक्स पर लिखते हैं कि" मैं जब मेरे पिता जी के देहांत के बाद इंजीनियरिंग की डिग्री ले कर राघोगढ़ आ कर रहने लगा, तब मुझे राघोगढ़ के बुजुर्ग नगर सेठ श्री कस्तूरचंद जी कठारी मिलने आए. तब उन्होंने मुझे एक सीख दी. वह यह थी. उन्होंने कहा “राजा साहब हर व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य हिंदी की १२ खड़ी के अनुसार होता है.

‘क’ से कमाओ- इतना कमाओ कि आपके परिवार को कमा कर ‘ख’ से खिला सके. ‘ग’ से गहना - जो बचत हो उससे गहना बनाओ. ‘घ’ से घर - गहना ख़रीद कर बचत से घर बनाओ. ‘ङ’ से नाम- घर बनाने के बाद अगर बचत हो तो नाम कमाओ. उन्होंने कहा आप भाग्यशाली हो आपको खाने की कमी नहीं गहनों की कमी घर की कमी नहीं बस अब ‘आप नाम कमाओ’. मैंने अपने ५० वर्षों के राजनैतिक जीवन में बस यही करने का प्रयास किया है. उसमें मैं कितना सफल हुआ इसका आँकलन मैं स्वयं नहीं कर सकता, केवल आम लोग ही कर सकते हैं. यह मेरे जीवन का आख़री चुनाव है और आप यह तय करेंगे कि मैं इसमें कितना सफल हुआ. धन्यवाद दिग्विजय."

राजगढ़ सीट पर बीजेपी को करना पड़ी बहुत मेहनत

राजगढ़ लोकसभा सीट पर 7 मई को मतदान होगा. आज देर शाम तक चुनाव प्रचार का शोरगुल भी थम जाएगा. लेकिन बीजेपी के लिए राजगढ़ लोकसभा सीट आसान नहीं रही. यहां खुद अमित शाह को आकर मोर्चा संभालना पड़ा, क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा सांसद रोडमल नागर को लेकर जनता के बीच नाराजगी थी, इसी कारण रोडमल नागर सीएम मोहन यादव की जनसभा में जनता से माफी मांगते भी नजर आए थे. ऐसे हालात के बीच दिग्विजय सिंह ने यहां आकर जो पद यात्रा की और आखिरी चुनाव लड़ने की भावुक अपील की, उसका खासा असर ग्राउंड पर देखने को भी मिल रहा है और दिग्विजय सिंह को इस चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए सभी राजनीतिक विश्लेषक बता रहे हैं. जाहिर है कि अन्य सीटों की तुलना में बीजेपी को राजगढ़ लोकसभा सीट पर कुछ ज्यादा ही मेहनत करना पड़ी है. अब देखना होगा कि 7 मई को होने वाली वोटिंग में किस पार्टी की मेहनत रंग लाती है.

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