MP में चौंकाने वाला केस: रिकार्ड में 36 साल पहले हो चुकी थी जिसकी मौत, वह मंत्री के सामने आया

राजेश भाटिया

• 11:41 AM • 04 Feb 2023

MP News: मध्य प्रदेश के बैतूल में जिंदा व्यक्ति को राजस्व रिकॉर्ड में मृत बताकर उसकी बेटी ने अपने ही पिता के हिस्से की 5 एकड़ जमीन अपने नाम करा ली है. मृत बताए गए व्यक्ति ने शुक्रवार को प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार सामने पहुंचे और अपनी व्यथा बताई. मंत्री ने मामले की जांच […]

Shocking case in MP one whose death 36 years ago revenue records in front of mp minister

Shocking case in MP one whose death 36 years ago revenue records in front of mp minister

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MP News: मध्य प्रदेश के बैतूल में जिंदा व्यक्ति को राजस्व रिकॉर्ड में मृत बताकर उसकी बेटी ने अपने ही पिता के हिस्से की 5 एकड़ जमीन अपने नाम करा ली है. मृत बताए गए व्यक्ति ने शुक्रवार को प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार सामने पहुंचे और अपनी व्यथा बताई. मंत्री ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है.

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मामला बैतूल के घोड़ाडोंगरी तहसील के चोपना गांव में 36 साल पहले रतिकांत मंडल की बेटी ने राजस्व रिकॉर्ड में उनको मृत बताकर उनके हिस्से की 5 एकड़ जमीन अपने नाम करा ली है. मामले का खुलासा 1 साल पहले हुआ जब केसीसी पर लिए गए लोन की वसूली के लिए बैंक के कर्मचारी गांव पहुंचे. इसके साथ ही बेटी के बेटों ने जमीन पर कब्जा कर लिया और पीड़ित और उसके परिजनों को डराया धमकाया.

बेटी ने जमीन के नामांतरण में मृत बताकर जमीन अपने नाम करा ली
दरअसल 74 साल की उम्र के रतिकांत मंडल की मां फूलमती मंडल के नाम से 5 एकड़ जमीन थी. उनकी मौत हो जाने के बाद रतिकांत की बेटी ममता राय ने अपने पति के साथ मिलकर एकमात्र बारिश रतिकांत को नामांतरण में मृत बताकर राजस्व रिकॉर्ड में जमीन अपने नाम करवा ली. रतिकांत के 7 बच्चे है जिनमे 4 लड़के और 3 लड़की है. सिर्फ एक लड़की ने उनकी जमीन ने अपने नाम करा ली है.

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फोटो: राजेश भाटिया

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बांग्लादेश से रिफ्यूजी कैंप से चोपना आए थे रतिराम
असल में रतिकांत और उनके पिता मानिक मंडल बांग्लादेश से रिफ्यूजी कैंप चोपना आए थे. दोनों के रिकॉर्ड अलग-अलग थे और दोनों को सरकार से पांच-पांच एकड़ जमीन मिली थी. पिता के बाद जमीन मां फूलमती के नाम से हो गई थी और फूलमती की मौत के बाद 5 एकड़ जमीन जो रतिकांत को मिली थी, उसमें फर्जीवाड़ा कर उनकी बेटी ने अपने नाम करा लिया. अब इस जमीन को पाने के लिए रतिकांत मंडल अपने परिजनों के साथ सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं.

1 साल से हक की लड़ाई लड़ रहे रतिकांत शुक्रवार को जिले के प्रभारी एवं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के सामने न्याय की गुहार लेकर पहुंचे. मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.

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