MP News: एमपी के खंडवा में एक गांव में भाई-बहन को पर ही चरित्र शंका में लोगों ने पेड़ से बांधकर पिटाई कर दी. अपनी बहन से मिलने आये एक युवक को गांव वालों शक हो गया, जिसके बाद उस युवक को घर से निकालकर जमकर पीटा. यही नहीं, दोनों भाई-बहनों को एक पेड़ से बांधकर उन्हें लाठियों और सोंटे से पीटते रहे, वे दोनों खुद को भाई-बहन बताकर रहम की भीख मांगते रहे. हैरानी की बात तो यह थी कि महिला के पति ने भी उसका रिश्तेदार होने की बात कही फिर भी ग्रामीण नहीं रुके. इस दौरान किसी ने डायल 100 को इसकी सूचना दी, पुलिस के पहुंचने के बाद दोनों की जान बच सकी.
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मामला खंडवा जिले के पिपलोद थाना ग्राम बामंदा का है. यहां एक 21 वर्षीय युवक बिहारीलाल ग्राम झारीखेड़ा से अपनी बहन कलावती से मिलने आया था. उस दौरान कलावती का पति रमेश गांव से बाहर गया हुआ था. अकेली महिला के साथ अनजान पुरुष को घर में आता देख ग्रामीणों ने इसे कुछ और ही मामला समझ लिया. ग्रामीणों ने इसे अवैध संबंधों का मामला मानकर सीधे तालिबानी कार्रवाई शुरू कर दी. दोनों को घर से बाहर निकालकर बंधक बना लिया. एक पेड़ से दोनों को बांधकर उन्हें कोड़े और लाठियों से पीटना शुरू कर दिया.
दोनों भाई बहन अपने संबंधों की दुहाई देकर रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन कोई कुछ सुनने को ही तैयार नहीं था. इसी बीच किसी ने महिला के पति रमेश को मोबाइल पर सारा माज़रा बताया तो उसने भी युवक के उसकी पत्नी के भाई होने की पुष्टि की. उससे मारपीट न करने के लिए लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं हुआ है.
डायल 100 पर सूचना पर पहुंची पुलिस, केस दर्ज
इसके बावजूद ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. वे एक घंटे तक दोनों भाई बहन को पीटते रहे. इस बीच किसी ने डायल 100 पर पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस के पहुंचने के बाद दोनों भाई बहनों को पेड़ से बंधी रस्सी खोलकर छुड़ाया गया और उन्हें थाने सुरक्षित लेकर आये. यहां बिहारीलाल की शिकायत पर पुलिस ने रामदास पिता मंगल (55 वर्ष), ईश्वर उर्फ़ हनू (36 वर्ष) और दयाराम पिता टीकाराम कोरकू (50 वर्ष) निवासी बामंदा खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज़ किया है. इन तीनों की गिरफ़्तारी कर इन्हें न्यायालय में पेश किया गया है.
ग्रामीणों को इसलिए हो गया शक
बता दें कि ग्राम बामन्दा में 3 अप्रैल को 7 बजे के करीब ग्राम झारीखेड़ा से बिहारीलाल पिता बाबूलाल काजले (उम्र 21 वर्ष) अपनी बहन कलावती के यहां आया था. दोनों भाई बहन खटिया पर आपस में बातचीत कर रहे थे, ग्रामवासियों को शंका हुई कि कलावती का पति बाहर गया है, उसके यहां यह आदमी आकर उनकी पत्नी से बात कर रहा है, उन्हें शंका हुई कि इनके अवैध संबंध हाेंगे. इस कारण गांव के रामदास पिता मंगल, ईश्वर और दयाराम, टीकाराम कोरकू निवासी बामंदा ने दोनों भाई -बहनो को चरित्र शंका के आधार पर बंधक बना लिया, रस्सी से पेड़ से बांधकर मारपीट शुरू कर दी.
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