Dewas News: देवास के मुंगावदा से एक खबर सामने आ रही है, जो चौंकाने वाली है. मुंगावदा के सरकारी स्कूल में बने अतिरिक्त भवन में पर उप सरपंच रंजन सिंह राठौर ने कब्जा कर लिया और उसमें भूसा और खेती किसानी से जुड़े सामान रख दिए थे. जब प्रशासन की नींद खुली तो तहसीलदार लाव लश्कर के साथ वहां पहुंचे और उस स्कूल को उप सरपंच के चंगुल से मुक्त कराया.
दरअसल तस्वीरों में दिख रहा कमरा जर्जर हो चुका है और पिछले पिछले 8 साल से कब्जे में था. गांव के उप सरपंच का कब्जा था. सरकारी स्कूल का ये कमरा है. पिछले 8 वर्षों में न जाने कितने कितने अफसरों की यहां तैनाती हुई. कितने कलेक्टर जिले में तैनात हुए. कितने लोगों ने इसकी शिकायत की. लेकिन कभी कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि लगभग 8 साल के बाद से प्रशासन की नींद खुली और कमरे को कब्जे से मुक्त कराया गया.
तहसीलदार ने टीम के साथ पहुंचकर कब्जा मुक्त कराया स्कूल
स्कूल के इस कमरे को उपसरपंच के कब्जे से मुक्त कराने के लिए खुद तहसीलदार को अपने लाव लश्कर के साथ आना पड़ा. आरोप तो ये ही कि उपसरपंच इतना दबंग है कि उसने स्कूल के चार कमरों को अपने निजी काम के लिए इस्तेमाल करता था. इसकी वजह से इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती गई. फिलहाल उपसरपंच के कब्जे से स्कूल को मुक्त करा लिया गया है. और उसे स्कूल के प्रिसिंपल के हवाले कर दिया गया है.