MP Weather News: मध्यप्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. इंदौर में 48 घंटों से लगातार बारिश का दौर जारी है. पिछले 24 घंटों में 12 इंच से भी अधिक बारिश दर्ज की गई है. आज भी मौसम विभाग ने इंदौर में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है. फिलहाल इंदौर में दो दिन बाद रेड अलर्ट हटाकर येलो जारी किया गया है. इसी को देखते हुये इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने सोमवार को भी सभी स्कूलों का अवकाश घोषित किया है. भारी बारिश के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
इंदौर कलेक्टर ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुये बताया कि “इंदौर जिले में विगत दो दिन से हो रही अति वर्षा को देखते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इंदौर जिले में 18 सितम्बर सोमवार को सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों के लिए अवकाश घोषित किया है. यह अवकाश नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के लिए रहेगा।सभी शिक्षक विद्यालयीन समय पर उपस्थित रहेंगे. इसके साथ ही रतालम जिले में भारी बारिश को देखते हुये 18 सितम्बर सोमवार को सभी स्कूलों के लिए अवकाश घोषित किया गया है.
ये भी पढ़ें: भारी बारिश से नर्मदा ने दिखाया रौद्र रूप, खंडवा-खरगोन में बिगड़े हालात; महेश्वर के किले में घुस रहा पानी
कलेक्टर की घर पर रहने की अपील
इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश को देखते हुये इंदौर कलेक्टर ने एडवाइजरी जारी की है, इसमें उन्होंने सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों के अवकाश की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने आम जनता से सावधानी बरतनें की सलाह दी है. कलेक्टर इलैयाराजा खुद बारिश के दौरान लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रशासन ने बताया कि हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
450 लोगों को रस्सी के सहारे किया रेस्क्यू
मध्य प्रदेश के खरगोन में तीन दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण नदी की बाढ़ का पानी निचली बस्तियों में भरा हुआ है. करीब 450 लोगों को रस्सी और ट्यूब के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला गया, चिचली गांव में नर्मदा की बाढ़ का पानी घुसने से करीब 30 घरों की दीवारे गिर गई और पूरे गांव को पानी ने घेर लिया है. नगर में 29 साल बाद बाजार चौक पर नाव चलाने की नौबत आई.
ये भी पढ़ें: इंदौर में भारी बारिश ने मचाई तबाही, 200 फंसे लोगों का किया रेस्क्यू, आज भी हैवी रेन का रेड अलर्ट
कुत्ते के लिए अड़ गई बुजुर्ग महिला
कल रात से ही ओम्कारेश्वर में बांध का पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा अपना रौद्र रूप दिखाने लगी थी। सुबह जब हालात ज्यादा बिगड़ने लगे , लोगो के घरो में पानी घुसने लगा तो स्थानीय प्रशासन ने लोगों को निचली बस्तियों में घर खाली करने को आगाह किया। अधिकांश लोग अपना घर बाढ़ के पानी से घिरता देख जरुरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए. लेकिन यहां 65 वर्षीया बुजुर्ग महिला सुशीला बाई पति राजाराम अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं थी. आस पड़ोस के लोगो ने बताया कि इस घर में वो अकेली रहती है एक पालतू कुत्ते के साथ, कुत्ते को वह छोड़कर नहीं जाना चाहती. प्रशासन ने आनन फानन में महिला और उनके पालतू कुत्ते दोनों को सुरक्षित बाहर निकालकर ऊंचे स्थान पर पहुंचाया.
ये भी पढ़ें: MP में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड; इन जगहों पर बाढ़ जैसे हालात; बचाव टीमें अलर्ट मोड पर