बाघ और चीतों के लिए लोगाें के दिलों में मोहब्बत पैदा करने का जुनून, साइकिल से नाप दिए MP के 27 जिले
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MP NEWS: सिवनी जिले के रहने वाले रोहित सिरसाम को मध्यप्रदेश के बाघ और चीतों के लिए लोगों के दिलों में मोहब्बत पैदा करने का जुनून सवार है. इसी जुनून के चलते रोहित सिरसाम ने पूरे मध्यप्रदेश को साइकिल से नांपने का फैसला किया और अब तक साइकिल यात्रा के जरिए मध्यप्रदेश के 27 जिलों को नांप दिया. बीते दिन उनकी साइकिल यात्रा श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क तक पहुंची तो वन विभाग के अधिकारियों ने उनका स्वागत कर प्रोत्साहित किया.
रोहित सिरसाम पेशे से राज मिस्त्री है लेकिन अपना काम और घर छोड़कर वह साइकिल लेकर मध्यप्रदेश के शहरों को नांपने निकल पड़े हैं. खासतौर पर जहां नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी हैं, उन सभी जगहों पर रोहित सिरसाम साइकिल यात्रा निकाल रहे हैं. रोहित का कहना है कि उनका मकसद मध्यप्रदेश के वन और वन्यप्राणी संरक्षण के लिए लोगों के दिलों में अलख जगाना है, इसलिए वह यह साइकिल यात्रा निकाल रहे हैं, जिसमें वह पूरी तरह से अकेले ही सफर कर रहे हैं. श्योपुर में रोहित सिरसाम की साइकिल यात्रा का स्वागत वन विभाग के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने किया.
रोहित का घर भी टाइगर रिजर्व के बफर जोन में हैं
रोहित सिरसाम बताते हैं कि उनका घर सिवनी जिले में स्थित पेंच टाइगर रिर्जव के बफर जोन आमाझिर में हैं. इस वजह से वे वन्य जीवों का महत्व समझते हैं. रोहित बताते हैं कि ‘मध्यप्रदेश के लोग अभी इसका महत्व नहीं समझते हैं, इसलिए हम कभी भी अपनी वाइल्ड लाइफ को प्रचारित नहीं करते हैं, जबकि पूरे देश में सबसे घने जंगल सिर्फ मध्यप्रदेश में ही हैं और यहां कई तरह की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और अब तो श्योपुर के कूनों नेशनल पार्क में चीतें भी बसाए जा रहे हैं. ऐसे में इस साइकिल यात्रा के जरिए मप्र के लोगों में वन्य जीवों के प्रति प्यार और उनके संरक्षण की अलख जगाना चाहता हूं’. रोहित ने बताया कि उन्होंने अपनी यह यात्रा 1 जनवरी 2023 को सिवनी जिले से शुरू की थी और अब तक अपनी साइकिल यात्रा से छिंदवाडा,बेतूल,नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, भोपाल, शिवपुरी समेत करीब 27 जिलों में भ्रमण करने के बाद श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में पहुंचे हैं.
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हर दिन 100 किमी यात्रा का लक्ष्य लेकर चलाते हैं साइकिल
रोहित सिरसाम के अनुसार वे हर दिन 100 किमी साइकिल चलाने का लक्ष्य लेकर निकलते हैं और इस लक्ष्य की वजह से ही वे 1 जनवरी से अब तक 27 जिलों में यात्रा पूरी कर चुके हैं और अभी भी उनका यह सफर लगातार जारी है. रोहित सिरसाम की प्रेरणादायक सोच को लेकर खंडवा जिले में वनमंत्री विजय शाह ने भी उन्हें सम्मानित किया था.
10वीं तक पढ़े हैं रोहित सिरसाम
सिवनी जिले के छोटे से वनग्राम आमाझिर के रहने वाले रोहित सिरसाम गौंड जनजाती के हैं,उनके पिता भी जंगलों में मजदूरी करते हैं. 10वीं तक पढे़ रोहित का शुरूआत से ही जंगलों और वन्यप्राणियों के प्रति बेहद लगाव रहा है. उनका कहना है कि वे एमपी के 52 जिलों में पहुँचकर लोगों को पर्यावरण एवं वन्य प्राणी बाघ और चीतों के संरक्षण के लिए जागरूक करेंगे.
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