mp budget 2023-24: मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र का आज चौथा दिन है. चौथे दिन प्रश्नकाल में पटल पर 10 मंत्री विभिन्न मामलों को लेकर वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे. वहीं कांग्रेस द्वारा विद्युत सामग्री चोरी के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया जाएगा. बीजेपी विधायक संजय पाठक भी कटनी सीमेंट प्लांट में स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलने के मामले में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लेकर आएंगे. बजट सत्र के चौथे दिन हंगामे के आसार भी नजर आ रहे हैं. कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर विधानसभा में बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश करेगी.
बीते बुधवार को विपक्षी कांग्रेस के भारी हंगामे के बीच मध्यप्रदेश सरकार ने अपना चौथा व अंतिम बजट 2023-24 को विधानसभा के पटल पर प्रस्तुत किया था. मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में बजट 2023-24 पेश किया था. यह बजट 3 लाख 14 हजार 25 करोड़ रुपये का है, जो 2022-23 के बजट 2 लाख 79 हजार 697 करोड़ रुपये से अधिक है.
वित्तमंत्री ने विपक्ष के हंगामे के बावजूद 1 घंटा 50 मिनट तक बिना रुके बोला. खास बात यह है कि एमपी में पहली बार ई-बजट (पेपरलेस) पेश किया गया था. विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच वित्तमंत्री ने इसे टैबलेट पर बजट भाषण पढ़ा और बीच में गजल और कविताएं भी पढ़ीं. बजट को देखने और पढ़ने के लिए मंत्रियों और विधायकों को भी टैबलेट दिए गए थे.
ये मंत्री रखेंगे पटल पर 10 वार्षिक प्रतिवेदन
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, खनिज साधन मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, नवीन एवं नव करणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार अलग-अलग मुद्दों पर वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे. तकरीबन 25 विधायकों ने विधानसभा में सवाल पूछने और अपनी-अपनी विधानसभा से संबंधित मुद्दों को उठाने आवेदन प्रस्तुत किए हैं. राज्यपाल के अभिभाषण पर आज से चर्चा शुरू होगी. कांग्रेस और बीजेपी विधायकों के बीच इस दौरान हंगामा होने के आसार भी नजर आ रहे हैं.
बजट भाषण का कांग्रेस ने किया था वॉकआउट
बीते बुधवार को विधानसभा में प्रस्तुत किए गए बजट को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट भाषण का बहिष्कार कर दिया था और वॉकआउट कर विधानसभा से बाहर आ गए थे. कई कांग्रेसी विधायक खाली सिलेंडर लेकर विधानसभा में पहुंचे थे और उन्होंने रसोई गैस के महंगे किए जाने को लेकर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की थी. विधानसभा के बाहर आकर गांधी प्रतिमा के सामने काफी देर तक पीसीसी चीफ कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह सहित कांग्रेस के सभी विधायकों ने धरना-प्रदर्शन भी किया था. गुरुवार को भी विधानसभा की कार्रवाई के दौरान हंगामा होने की संभावना है.