paper leak scandal: मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं के पेपर लीक करके छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गए. भोपाल क्राइम ब्रांच ने रायसेन से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जो टेलीग्राम ग्रुप के जरिए इस वारदात को अंजाम दे रहा था. वहीं इस मामले में भोपाल पुलिस ने 4 शिक्षकों की भी गिरफ्तारी की है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी रायसेन निवासी कौशिक दुबे के टेलीग्राम ग्रुप में बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले 35 हजार स्टूडेंट्स मिले हैं. आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने अकेले 600 स्टूडेंट्स से करीब साढ़े 3 लाख रुपए ठगे हैं.
इस मामले में पुलिस को दो अन्य आरोपियों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है. उनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है. पुलिस को अब तक 10-12 टेलीग्राम ग्रुप की जानकारी मिली है, जिनमें पेपर बेचने का गोरखधंधा चल रहा था. आरोपी पिछले दो साल से इस तरह की ठगी को अंजाम दे रहे थे. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से अन्य परीक्षाओं को लेकर भी पूछताछ कर रही है.
डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित कुमार ने बताया कि मंडीदीप, रायसेन निवासी कौशिक दुबे पिता श्याम कुमार दुबे को गिरफ्तार किया है। वह बीकॉम थर्ड ईयर का स्टूडेंट है. आरोपी ने टेलीग्राम ग्रुप में बोर्ड एग्जाम पेपर का एक लिंक जनरेट कर उनको 600 से 1000 रुपए में स्टूडेंट को बेचा. आरोपी के पास 1 बैंक पासबुक, मोबाइल, 2 सिमकार्ड बरामद हुए हैं. बता दें, शुक्रवार को 10वीं का अंग्रेजी का पेपर भी लीक हुआ था। इससे पहले 1 मार्च से ही सोशल मीडिया पर लगातार बोर्ड की परीक्षाओं के पर्चे लीक किए जा रहे थे.
शिक्षकों ने परीक्षा हॉल से ही पेपर के फोटो खींच किए थे वायरल
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि पेपर लीक करने की कोशिश में विद्यासागर स्कूल के 4 शिक्षको को छोला थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिला प्रशासन की छापेमारी कार्रवाई में आरोपी शिक्षक पकड़े गए हैं. एमपी बोर्ड की बारहवीं की केमिस्ट्री की परीक्षा का पेपर शिक्षकों ने परीक्षा हॉल से फोटो खींचकर वायरल किया था. पेपर वायरल होने के बाद कलेक्टर की मुस्तैदी से तुरंत करवाई की गई. छोला इलाके के विद्यासागर स्कूल से ये पेपर लीक किए गए थे. स्कूल के लेक्चरर पवन सिंह, विश्वनाथ सिंह, महिला सुप्रीटेंडेंट और सहायक सुप्रिटेंडेंट की गिरफ्तारी हुई है. अभी पकड़े गए सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ जारी है. इस मामले में अभी और आरोपी पकड़े जाएंगे.
नेता प्रतिपक्ष बोले, शिक्षा मंत्री को तत्काल करें बर्खास्त
पेपर लीक कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार माफियाओं के पूरी तरह कंट्रोल में आ चुकी है. मध्यप्रदेश में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं चल रही हैं. छात्र-छात्राओं के भविष्य से सरकार खिलवाड़ कर रही है.
शिक्षा विभाग में लगातार घोटाले सामने आ रहे हैं. इस सबको रोक पाने में शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार अक्षम साबित हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है.