MP में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि से किसानों ने पकड़ा माथा, फसलों का भारी नुकसान; जानें आगे का हाल
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Mp weather news: मध्य प्रदेश का मौसम लगातार करवट बदल रहा है, जिसकी वजह से बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. पिछले 24 घंटे से कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इससे सबसे ज्यादा मुश्किलें किसानों आ रही हैं. प्रदेश भर के कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों को वर्बाद कर दिया है. रविवार काे राजधानी भोपाल समेत इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, पन्ना, छतरपुर, मंदसौर, आगर-मालवा, गुना, सागर, टीकमगढ़ जिलों भारी बारिश और ओले गिरे.
वहीं, राजगढ़ में इतनी तेज बारिश हुई कि मंडी में रखा गेहूं बह गया है. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश खजुराहो में 1.29 इंच रिकॉर्ड हुई है. मौसम विभाग के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं. इस वजह से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है. लगातर पिछले 10 दिनों से मौसम में बदलाव के कारण पकी हुई फसलें गेहूं, चना, अलसी, की खड़ी फसलें खेतों में आड़ी हो गई हैं. जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है.
भोपाल मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में 14 मार्च से लगातार दो सिस्टम एक्टिव हैं. 16-17 मार्च से सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया है. इस कारण बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. 20 मार्च तक आधे से प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा. मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है.
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21 मार्च तक ऐसा ही रहेगा मौसम
मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है. साथ ही दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट भी हो रही है. मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है. दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है. दक्षिणी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है. छह मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में वर्षा हो रही है. उधर रविवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है. इस वजह से मध्य प्रदेश में अभी मौसम साफ होने के आसार नहीं हैं.
किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
मध्यप्रदेश राजगढ़ अचानक मौसम में आए बदलाव के साथ कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश व ओलावृष्टि का दौर मार्च महीने की शुरुआत से ही जारी है. राजगढ़ में शनिवार शाम को बारिश और ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में धनिया ,मसुर, सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं गेहूं की जो फसल पक गई है वह बारिश के कारण बालियां टूटने से बुरी तरह से प्रभावित हुई है. कई खेतों के गेहूं आडे पड़ गए हैं. किसानों ने कहा कि फसलें खराब हो गई सरकार जल्द से जल्द सर्वे कराकर कुछ मुआवजा दे तो थोड़ी राहत मिलेगी. हम किसान वर्बाद हो चुके हैं.
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पन्ना में तेज बारिश के साथ कई जगहों पर गिरे ओले
पन्ना में ओलावृष्टि हजारों किसानों की फसलें बर्बाद हो गयी है. जिले में तेज बारिश के साथ कई जगहों में ओले गिरे हैं. जिससे किसान की चिंता बढ़ गयी है. अब वह नुकसान से उबरने के लिए सरकार की ओर निहार रहे है. किसानों की फसलें पक कर तैयार थी, और अधिकांश फसलों को काटने की किसान तैयारी कर रहे है. तभी आज तेज बारिश के साथ ओले पड़े हैं. भारी ओलों की बरसात में किसानों की खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं, अजयगढ़ बृजपुर सहित कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओले पड़े हैं.
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किसानों की बड़ी मुश्किलें, खजुराहो में सबसे ज्यादा बारिश
जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में सबसे ज्यादा बारिश खजुराहों मे दर्ज की गई है. यहां पर 1.29 इंच बारिश दर्ज की गई है. एमपी में मार्च के महीने में लगातार बेमौसम बारिश जारी है, जिसके चलते शनिवार को खजुराहो समेत आसपास क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरु हुई और चने और कंचे के आकार के ओले गिरे जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. बेमौसम हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ तो वही तेज आंधी तूफान की वजह से ही कई पेड़ भी गिर गए हैं.
ओलों की चादर में ढकीं सड़कें
बुरहानपुर जिले के धुलकोट के गम्भीरपुरा क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ही ओले गिरने से रास्ते पर और खेतों में ओले ऐसे नजर आए हैं, जैसे किसी ने सफेद चादर ओढ़ा दी हो. वहीं एक दिन पहले शुक्रवार रात खकनार क्षेत्र में भी तेज बारिश के कारण गेहूं, चना, मसूर और सरसों के साथ अन्य फसलों के खेतों में नुकसान पहुंचने का मामला सामने आया है. बेमौसम बारिश से किसानों के लिए आफत आ गई है. आधे घंटे की बारिश के साथ ओलावृष्टि ने आसपास के दर्जनभर किसानों की तरबूज की फसल खराब कर दी है.
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नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सरकार से की मांग
डॉ गोविंद सिंह बोले- मुख्यमंत्री जी को पार्टी की बैठकें करने, कांग्रेस और कमलनाथ का अंत करने का भाषण देने का समय है. लेकिन मुख्यमंत्री जी को किसान के खेतों में जाने का समय नहीं मिला है मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूँ कि पूरे प्रदेश भर में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से फसलें चौपट हो गईं हैं. तत्काल किसानों को राहत राशि देने का कष्ट करें. ताकि दुख में डूबे किसान को थोड़ी राहत मिल सके.
किसानों को नहीं मिलेगा मुआवजा- पीसी शर्मा
ओलावृष्टि और बारिश के चलते खराब हुई फसलों का किसानों को मुआवजा मिलने मे देरी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदेश भर के राजस्व अधिकारी सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं. इसके चलते फसलों के सर्वे मे देरी हो सकती है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि मुआवजा नही मिलेगा क्योंकि नायब तहसीलदार और तहसीलदार सब सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं. शर्मा ने कहा हम उनकी मांगों का समर्थन करते है.
इनपुट: भोपाल से इज़हार हसन खान, छतरपुर से लाेकेश चौरसिया, राजगढ़ से पंकज शर्मा, गुना से विकास दीक्षित, बुरहानपुर से अशोक सोनी, आगर-मालवा से प्रमोद कारपेंटर, पन्ना से दीपक शर्मा.
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