Kuno National Park: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में ‘चीता प्रोजेक्ट’ को लेकर दूसरा बड़ा झटका लगा हैं, जिसमें प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में साउथ अफ्रीका से 18 फरवरी को कूनो लाये गये 12 में से एक चीता की मौत हो गई है. हाल ही में चीतों के नामकरण करते समय इसका नाम उदय रखा गया था. मामले को लेकर पीसीसीएफ जसवीर सिंह चौहान ने MP Tak से फोन पर बातचीत में चीता उदय की मौत की पुष्टि की.
पीसीसीएफ चौहान ने बताया कि रविवार सुबह 9 बजे चीता माॅनिटरिंग टीम ने चीता गुमसुम अवस्था में बडे बाडे में पाया था, जिसे पिंजरे में लाकर ऑब्जर्वेशन में रखा, जो मृत अवस्था में मिला है. वहीं, पिछले माह मार्च में भी एक मादा चीता साशा की संक्रमण की मौत भी हो चुकी है. अब वर्तमान में चीतों की संख्या 22 रह गई है. हालांकि कुछ दिन पहले ही एक मादा चीते ने 4 शावकों को जन्म दिया था.
कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के दो चरणों में अभी तक 24 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में लाकर बसाया गया हैं. जिनमें से दो चीतों की मौत होने से इस प्रोजेक्ट को बड़ा झटका लगा हैं, पिछले माह मार्च में भी एक मादा चीता की साशा की किडनी संक्रमण के चलते मौत हो गई थी, जिसके बाद रविवार को सुबह 9 बजे साउथ अफ्रीका से लाये गये. 12 चीतों में से एक चीता की मौत की सूचना सामने आई है.
हाल में किया गया है नामकरण
हाल ही में केन्द्रीय वन मंत्रालय द्वारा कूनो में चीतों के भारतीय नाम रखे गये थे जिनमें से इस चीते का नाम उदय रखा गया था. प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने बताया कि उदय नाम के चीते को सुबह चीता माॅनिटरिंग टीम ने सुस्त पाया था, जिसे ऑब्जर्वेशन में लिया गया, जिसके बाद प्राथमिक जांच में उसे मृत पाया गया. मृत चीते के पोस्टमार्टम के लिए भोपाल वन विहार एवं जबलपुर से वन्यजीव विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम कूनो नेशनल पार्क में पहुंचेगी, जहां सोमवार को सुबह चीते का पोस्टमार्टम किया जायेगा जिसके बाद मौत के कारणों का पता चलेगा.
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