chhindwara news: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में महिलाएं पेयजल की समस्या से परेशान हैं. 3 महीने तक हर अधिकारी के दफ्तर में चक्कर लगाने के बाद भी उनकी परेशानी दूर नहीं हुई. सबसे अधिक परेशानी छिंदवाड़ा जिले की ग्राम पंचायत डोडिया में है. यहां पर महिलाएं 3 महीने से पेयजल के लिए परेशान हो रही हैं और दो किमी. तक पैदल चलकर पीने के पानी की इंतजाम कर रही हैं. परेशान होकर महिलाएं मंगलवार को छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट पहुंच गईं लेकिन अपना विरोध दर्ज कराने के लिए उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया.
अधिकारियों के कानों तक अपनी परेशानी की आवाज को सुनाने के लिए महिलाएं बड़ी संख्या में खाली मटके लेकर पहुंची. इन मटकों को महिलाओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर आकर फोड़ना शुरू कर दिया. महिलाओं का विरोध प्रदर्शन कहीं उग्र ना हो जाए तो इसे देखते हुए बैरीकेडिंग भी की गई थी. महिलाओं ने मटके उठा-उठाकर बैरीकेड के पार फेंकना शुरू कर दिया. लगातार फूटते खाली मटकों के शोर ने अधिकारियों को भी महिलाओं की परेशानी को सुनने के लिए मजबूर कर दिया.
छिंदवाड़ा के ग्राम पंचायत डोडिया विकासखण्ड मोहखेड के ग्रामवासियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपा. पानी की किल्लत के चलते गांव तीन माह से पेयजल की समस्या से जूझ रहा है. गांव की महिलाओं ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर मटके फोड़े ओर प्रशासन से पेयजल पूर्ति के लिए गुहार लगाई. प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का कहना था कि विगत 3 माह से हैंड पंप व बोर में पानी नही आ रहा है. नल-जल व्यवस्था ठप्प पड़ी है. जिसके कारण गांव में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है, पानी की पूर्ति के लिए 2 कि.मी. दूरी पर स्थित अन्य गांव से पानी लाना पड़ता है.
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कई बार दे चुके आवेदन अधिकारी नही देते ध्यान
ज्ञापन सौंपने आयी महिलाओं ने बताया कि कई बार पेयजल विभाग को आवेदन किया जा चुका है परन्तु किसी भी प्रकार की सुनवाई नही हुई, न समस्या का निराकरण किया गया. गांव में पेयजल की बहुत समस्या है, परंतु प्रशासन द्वारा कोई निराकरण नही किया जा रहा है. गांव में 150 से भी ज्यादा रहवासी हैं, जिनको समस्या का सामना करना पड़ रहा है. महिलाओं के प्रदर्शन के बाद एसडीएम ने जल्द ही बोर कराने की बात कही है.