कांग्रेस की कलह; कार्यकर्ताओं ने अपने ही पूर्व मंत्री के खिलाफ की नारेबाजी और फूंक डाला पुतला

नवेद जाफरी

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Congress discord; Activists raised slogans against their own minister and starved the effigy
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Sehore News: मध्य प्रदेश के विधान सभा चुनाव में कुछ ही महीनों का समय बचा है. ऐसे में पार्टियां तैयारियों में जुट गई है. कांग्रेस भी मंडल सेक्टर प्रभारियों की बैठक आयोजित कर उन्हे एक जुट करने और चुनावी रणनीति बताकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भर रही है. सीहोर जिले के आष्टा में मंडलम सेक्टर की प्रभारियों की बैठक लेने आए पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा और केंद्रीय पर्यवेक्षक से नाराज कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की है. पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का पुतला फूंका और उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

 दरअसल जब केंद्रीय पर्यवेक्षक और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा मंडलम सेक्टर प्रभारियों की बैठक लेने के लिए पहुंचे थे. लेकिन आष्टा में ब्लॉक में संघठन में नियुक्ति को लेकर एक गुट के कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी और कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जा रहा था. साथ ही कार्यक्रम स्थल में नहीं पहुंचकर पर्यवेक्षक से अलग जगह बैठक कर मिलना चाहा रहे थे. कई प्रयास और फोन लगाने के बाद पर्यवेक्षक नही पहुंचे तो कार्यकर्ता और आक्रोशित हो उठे और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के खिलाफ नारेबाजी की, मुर्दाबाद के नारे लगाए और उनका पुतला फूंक डाला.

ब्लॉक में संघठन नियुक्ति को लेकर कुछ कांग्रेसी है नाराज
बताया गया है की जिले के आष्टा ब्लॉक में संघठन में कुछ नियुक्तियों को लेकर कुछ वरिष्ठ कांग्रेसियों में नराजगी है. उनका एक गुट ब्लॉक में हुई नियुक्ति को लेकर विरोध जता रहा है और कार्यक्रमों का बहिस्कार कर रहा है. जब केंद्रीय पर्यवेक्षक और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा से कार्यक्रम स्थल की जगह दूसरे स्थान पर बुलाकर अपनी बात रखनी चाही गई थी. वह नही पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाकर अपना विरोध जताया.

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पुतला जलाने के मामले ने तूल पकड़ा तो कार्यकर्ताओं ने दी सफाई
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का पुतला जलाए जाने के मामले ने जब तुल पकड़ा तो बाद में कार्यकर्ताओं ने अपनी सफाई देते मीडिया से कहा की सज्जन वर्मा का पुतला नही पर्यवेक्षक का पुतला है. उन्हे बुलाया गया था नही आए इसलिए पुतला फूंका गया. हमने विरोध का पुतला जलाया..वही साफ तौर वीडियो में देखा जा सकता है की पुतले में सज्जन वर्मा का पोस्टर लगाया गया और साथ ही उनके खिलाफ ही नारेबाजी की गई.

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