BHIND CRIME NEWS: भिंड पुलिस ने एक ऐसे शातिर अंतराज्यीय ठग गिरोह को पकड़ा है जो शहर के बैंकों को अपना निशाना बनाता था. बड़े ही शातिर तरीके से गैंग में शामिल बदमाश बैंक में घुसकर काउंटर से चेक चोरी किया करते थे और फिर बाद में फर्जी आधार कार्ड की मदद से उस चेक को बैंक से कैश भी करा लेते थे. भिंड जिले में इस गैंग ने दो बैंकों को अपना निशाना बनाया और बैंक को लाखों रुपए की चपत लगाई. पुलिस ने गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अलग-अलग राज्यों में इस तरह की वारदात को करना स्वीकार किया है. पुलिस पूछताछ अभी जारी है.
पुलिस ने पकड़े गए तीनों ठगों से 8 लाख रुपए का चेक और नगद 1 लाख 10 हजार रुपए और एक इनोवा गाड़ी भी जब्त की है. पकड़े गए तीनों ठगों ने भिंड की दो बैंक से दो चेक चोरी किए थे. पहली घटना भिंड के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में घटित हुई. यहां पर कैश काउंटर पर डिपॉजिट किया हुआ 8 लाख रुपए का चेक चोरी हो गया था. इसकी शिकायत बैंक के मैनेजर आनंद कुमार द्वारा सिटी कोतवाली पुलिस में की गई थी. जबकि दूसरी घटना सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में घटित हुई. यहां से भी 1 लाख 10 हजार रुपए का चेक चोरी हो गया था. खास बात यह रही कि एक चेक को कैश काउंटर से फर्जी आधार कार्ड लाकर कैश भी करवा लिया गया था.
इस बात की शिकायत भी कोतवाली थाने में दर्ज हुई थी. एक जैसी दो घटनाएं सामने आने के बाद कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया. इसके साथ ही सिविल ड्रेस में पुलिस की टीम बैंकों में भी नजर रखने लगी. 8 फरवरी को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कोतवाली पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को पकड़ लिया. पकड़े गए संदेहियों से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पकड़े गए दोनों लोगों ने इस बात को कबूल किया कि उन्होंने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर भिंड शहर के 2 बैंकों में चेक चोरी की घटना को अंजाम दिया था.
पीलीभीत और अमरोह के हैं बदमाश, इंटरनेट पर जुटाते थे टारगेट करने वाले बैंकों की जानकारी
पकड़े गए दोनों ठगों ने इस बात को भी स्वीकार किया कि उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से चोरी किए गए चेक को नकली आधार कार्ड लगाकर उसका 1 लाख 10 हजार रुपए का भुगतान भी ले लिया था. पकड़े गए ठगों ने बताया कि उनका तीसरा साथी इनोवा गाड़ी लेकर इटावा रोड स्थित एक ढाबे पर खड़ा हुआ है. इसी सूचना पर से पुलिस की एक टीम ने बताए गए ढाबे पर पहुंचकर तीसरे ठग को भी गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए तीनों आरोपी में से महेंद्र पाल और मुकेश कुमार पीलीभीत के रहने वाले हैं, जबकि तीसरा आरोपी परवेश सिंह अमरोहा का रहने वाला है. तीनों ठगों ने बताया कि वह पहले इंटरनेट पर किसी शहर के बैंकों के बारे में जानकारी जुटा लेते थे. इसके बाद वे उसे निशाना बनाते थे.
भिंड: डीजे पर बारातियों ने डांस करने से रोका तो युवक ने मार दी गोली, आरोपी फरार
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
तीनों पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जिस बैंक को वे टारगेट करते थे, वहां सबसे पहले दो लोग बैंक के अंदर दाखिल होकर पहले रेकी करते थे और तीसरा साथी गाड़ी लेकर बाहर खड़ा रहता था. जब भी कोई खाता धारक बैंक में चेक लगाने आता था और कैश काउंटर पर उसे जमा कर देता था तो शातिर तरीके से ठग उस चेक को चुरा लेते थे. इसके बाद बाहर खड़े तीसरे साथी की मदद से शहर से दूर चले जाते थे. अगले दिन उसी चेक को लेकर एक फर्जी आधार कार्ड के साथ यह लोग बैंक में चेक कैश करवाने पहुंचते थे और कैश काउंटर पर चेक जमा करके पैसा निकाल लेते थे. पूछताछ में पकड़े गए ठगों ने बताया कि उन्होंने भिंड के अलावा ग्वालियर जिले में भी इसी तरह की वारदातों को अंजाम दिया है. भिंड पुलिस ने ग्वालियर पुलिस को भी पकड़े गए ठगों के बारे में जानकारी दी है.
1 Comment
Comments are closed.