Bhopal News: लेडी डॉक्टर के बाद मेडिकल छात्र ने ली नींद की गोलियों का ओवरडोज, सामने आई ये वजह
Bhopal Crime News: दो दिन पहले एक जूनियर डॉक्टर के सुसाइड करने के बाद अब फिर से भोपाल (Bhopal News) के गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) से बड़ी खबर आ रही है. जीएमसी में आज यानि गुरुवार को सुबह MBBS की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने सुसाइड (Suicide News) करने की कोशिश की. छात्र का […]

Bhopal Crime News: दो दिन पहले एक जूनियर डॉक्टर के सुसाइड करने के बाद अब फिर से भोपाल (Bhopal News) के गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) से बड़ी खबर आ रही है. जीएमसी में आज यानि गुरुवार को सुबह MBBS की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने सुसाइड (Suicide News) करने की कोशिश की. छात्र का नाम कार्तिक बताया जा रहा है. अभी उसे इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालत ज्यादा खराब हाेने की वजह से अब उसे ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, मेडिकल छात्र साइकेट्रिक का ट्रीटमेंट चल रहा है. कहा जा रहा है कि वह बीते कर समय से डिप्रेशन का शिकार है. ऐसे में आज उसने नींद की दवा का ज्यादा ओवरडोज लेकर आत्महत्या करने का प्रयास किया लेकिन समय रहते उसे बचा लिया गया. अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बता दें कि इससे पहले गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक विभाग में जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती (Dr. Balasaraswati) ने सुसाइड कर लिया था और मरने से पहले वाट्सएप पर एक सुसाइड नोट लिखा था. इस केस में केस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कार्रवाई करते हुए डॉ. अरुणा कुमार को विभागाध्यक्ष (HOD) पद से हटा दिया था. घटना के संज्ञान में आने के बाद ही डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया गया है.
जूनियर डॉक्टर की मौत पर हो रहा है बवाल
जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती ने अपने सुसाइड नोट में कहा था, “जीएमसी बहुत जहरीला है और उन्हें अपने परिवार की इच्छा के खिलाफ कॉलेज चुनने का अफसोस है. इन लोगों में नैतिकता की कमी है और इनमें मेरे खिलाफ बहुत जहर भरा हुआ है.” पुलिस को सुसाइड नोट मृतका डॉक्टर के फोन पर एक ऐप में मिला है. इस मामले को लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं और गांधी मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं.