MANDLA NEWS: मध्यप्रदेश के मंडला में वन विभाग ने 4 शिकारियों को तेंदुए की खाल के साथ गिरफ्तार किया है. चारों शिकारियों ने एक साल की उम्र के तेंदुए को मारकर उसकी खाल उतार ली थी. जिसकी तस्करी करने की तैयारी में आरोपी थे. लेकिन उसके पहले ही मंडला वन विभाग के फोर्स के हत्थे चढ़ गए. मंडला में जंगली जानवरों के अवैध शिकार की शिकायतें आए दिन सामने आती रहती हैं.
मंडला में वन अमले को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम मुरलापानी में 4 संदिग्ध तेंदुए की खाल के साथ देखे गए हैं. दबिस देकर 4 आरोपियों को तेन्दुए की खाल सहित गिरफ्तार किया गया. आरोपियों से 3 दोपहिया वाहन भी जप्त किये गए. अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि तेंदुए का शिकार कहां और किस तरह से किया गया था?.
माना जा रहा है कि संभवतः करेंट लगाकर उसका शिकार किया गया है. खाल को देखकर वन अमले ने अनुमान लगाया है कि तेदुए का शिकार करीब 15 दिन पहले ही किया गया है. आरोपी मौका देखकर इसका विक्रय करने की फिराक में थे तभी मुखबिर को इसकी भनक लग गई. मुखबिर ने जैसे ही वन विभाग के अधिकारीयों की इसकी जानकारी दी, वैसे ही अमला हरकत में आ गया. तत्काल पश्चिम (सा.) वनमण्डल, मण्डला एवं कान्हा टाइगर रिजर्व मण्डला की संयुक्त टीम गठित की गई, जिसके द्वारा आरोपियों को तेंदुए की खाल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
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वन विभाग का कहना है कि लगातार सर्चिंग और मुखबिर तंत्र को बढ़ाया है
पश्चिम वन मंडल के एसडीओ सुरेंद्र सिंह जाटव ने बताया कि क्षेत्र में अवैध शिकार को रोकने के लिए हमने अपना मुखबिर तंत्र मजबूत किया है. इसके साथ ही जंगल की सर्चिंग को भी बढ़ाया गया है. इसकी नतीजा है कि समय रहते हमारे पास तेंदुए का शिकार होने और उसकी खाल को बेचने की सूचना मिल गई. जिसके बाद हमारी टीमों ने छापामार कार्रवाई की 4 शिकारियों को तेंदुए की खाल के साथ गिरफ्तार कर लिया. इन सभी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर इन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा.