पेमेंट एप का एजेंट बताकर 100 से ज्यादा व्यापारियों को लगाई करोड़ों की चपत, तरीका जान उड़ जाएंगे होश
MP News: शाजापुर में पेटीएम कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. यूपीआई एप पेटीएम के स्थानीय टीम लीडर राहुल सिंह नामक युवक ने शहर के 100 से ज्यादा व्यापारियों को पहले तो बिना ब्याज लोन देने का झांसा दिया और फिर एफडी के नाम पर उनसे […]

MP News: शाजापुर में पेटीएम कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. यूपीआई एप पेटीएम के स्थानीय टीम लीडर राहुल सिंह नामक युवक ने शहर के 100 से ज्यादा व्यापारियों को पहले तो बिना ब्याज लोन देने का झांसा दिया और फिर एफडी के नाम पर उनसे कुछ राशि अपने खातों में जमा करवाता गया. जब संबंधित बैंकों ने व्यापारियों के खाते से लोन की राशि काटना शुरू की तो व्यापारियों को ठगी का पता चला लेकिन तब तक पेटीएम का टीम लीडर शहर से फरार हो गया.
खुद के साथ ठगी होने का पता चलने के बाद अब ऐसे में व्यापारियों को अपने साथ हुई ठगी जानकारी लगी. इसके चलते कुछ व्यापारियों ने कोतवाली थाने पर शिकायती आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की हैं.
ये भी पढ़ें:SDM निशा बांगरे को सरकार के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा झटका! अब कहां जाएंगी?
यह भी पढ़ें...
किस तरीके से ठगा व्यापारियों को
कोतवाली थाने पहुंचकर सौंपे शिकायती आवेदन में व्यापारियों ने बताया कि स्वयं को पेटीएम का टीम लीडर बताने वाले राहुल पिता शिवसिंह उनसे विगत कुछ समय से लगातार संपर्क में था. राहुल ने सभी व्यापारियों को अलग-अलग जाकर पेटीएम की नई स्कीम का झांसा दिया. इसमें राहुल ने बताया कि उनके पेटीएम खाते पर लोन मिल रहा है. इस लोन की खासियत यह है कि जितने का लोन मिलेगा उसमें से कुछ राशि तो वे स्वयं के उपयोग में ले सकते हैं. जबकि शेष राशि की सीधे एफडी हो जाएगी.
इस एफडी पर इतना ब्याज मिलेगा कि उससे लोन की किश्तें प्रतिमाह जमा जाएगी. लोन पूरा होने के बाद एफडी की राशि व्यापारियों को मिल जाएगी। राहुल द्वारा बताई गई इस स्कीम में झांसे में नगर के कई व्यापारी आ गए. व्यापारियों ने आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करवाकर राहुल से लोन की प्रक्रिया पूरी करवा ली.
ब्याज के लालच में व्यापारियों को लगा चूना
व्यापारियों ने बताया कि उनके खाते में लाेन की राशि आ गई थी. इसमें से कुछ राशि तो उन्होंने निकाल ली, शेष राशि को राहुल ने एफडी करवाने की बात कही और पैसा निकाल लिया. इसके बाद कुछ किश्तें तो जमा हुई, लेकिन बाद में किश्त जमा होना बंद हो गई. जब व्यापारियों ने राहुल से संपर्क किया तो सामने आया कि वो गायब हो गया है. सभी जगह तलाशने के बाद भी जब राहुल नहीं मिला तो व्यापारियों को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी लगी. जिसके बाद व्यापारियों ने पुलिस के पास जाना जरूरी समझा.
करोड़ों रुपए की ठगी का अनुमान
नगर के कई लोग इस तरह ठगी का शिकार हुए हैं, लेकिन इसमें से कुछेक लोगों ने ही पुलिस को शिकायत की है. जबकि कई लोग पुलिस के पास नहीं पहुंचे हैं. जानकारी के अनुसार इस मामले में एक दर्जन से अधिक व्यापारी ठगी का शिकार हुए हैं. जिनके साथ लाखों रुपए की ठगी हुई है.
ये भी पढ़ें: उमा भारती को BJP की पांचवी सूची से है ये उम्मीद! पार्टी की कौन सी बात चुभ गई?