Ujjain News: लहसुन की रखवाली के लिए खेत में सो रहा था किसान, सुबह देखा तो डर गए लोग
ADVERTISEMENT
Ujjain Crime News: उज्जैन में हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आयी है. यहां खेत पर पलंग बिछाकर सो रहे एक किसान की उसके खेत में हत्या कर दी गई. किसान लहसुन की फसल की रखवाली कर रहा था, इसी दौरान खेत पर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी गई. इस मामले को लेकर जीतू पटवारी ने मोहन सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
ये घटना उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील क्षेत्र के थाना भाटपचलाना अंतर्गत गांव बालोदा लक्खा की है. सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात किसान खेत पर सोया हुआ था, इसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने गला रेत कर हत्या कर दी.
लहसुन चोरी नहीं, किसान की हत्या
मृतक किसान का नाम किशन सिंह चावड़ा उम्र 50 वर्ष है. मृतक किसान भारतीय किसान संघ बड़नगर के कार्यकारिणी सदस्य थे. मृतक के परिजनों ने बताया कि लहसुन की फसल की रखवाली के लिए हर रोज खेत पर सोते थे. हालांकि लहसुन चोरी नहीं हुई, किसी ने अन्य कारणों से की हत्या हुई है.
परिजनों के उड़े होश
किशन सिंह रोजाना की तरह खेत पर सोए हुए थे, लेकिन मंगलवार सुबह जब परिजन खेत पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. खेत में खाट पर लेट किशन सिंह की मौत हो चुकी थी. परिजनों ने मामले की सूचना परिजनों की दी. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया, "लहसुन के खेत मे किसान किशन सिंह की लाश मिली है. सिर में चोट है, धारदार हथियार के निशान है. अभी लहसुन चोरी या किसी भी तरह से कुछ कहना जल्दबाजी होगी. पास ही में मृतक के भाई का घर है. मृतक के दो बेटे हैं, जो घटना के समय घर थे. जांच जारी है."
जीतू पटवारी ने मोहन सरकार को घेरा
इस मामले में जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव को घेरा है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "उज्जैन जिले में लहसुन फसल की रखवाली कर रहे किसान किशन सिंह चावड़ा जी की हत्या कर दी गई! शव मंगलवार सुबह खेत में खाट पर मिला! घटना बड़नगर के भाटपचलाना के बालोदा लक्खा गांव की है! आप गृहमंत्री बनाम मुख्यमंत्री हैं! उज्जैन आपका गृह जिला है! सबसे ज्यादा अराजकता भी उज्जैन जिले में ही हो रही है! क्यों? मध्यप्रदेश के लिए तो संभव नहीं हो पाएगा, आप एक काम कीजिए, उज्जैन में गंभीर होते अपराधों को नियंत्रित करने के लिए ही अगले 100 दिन की कार्ययोजना सामने रख दीजिए! अपने गृह जिले को तो इस बात का विश्वास दिला दीजिए कि उनके लोकप्रिय गृहमंत्री के नेतृत्व में आने वाले 100 दिन तक वे निश्चिंत होकर सुरक्षित महसूस कर सकते हैं."
ADVERTISEMENT