इंदौर पोस्टर विवाद में हो गया खुलासा, असली कारण जानकर पुलिस भी हो गई हैरान
ADVERTISEMENT
Indore News: मध्यप्रदेश के इंदौर के जिस इलाके में लोगों ने अपने मकान बिकाऊ होने के जो पोस्टर लगाए थे, उसमें एक नया ही मोड़ सामने आ गया. बताया जा रहा था कि गुंडे-बदमाशों से परेशान होकर लोग अपने घरों को बेचने को मजबूर हुए थे. लेकिन जब पुलिस ने इस मामले की पड़ताल की तो अलग ही कहानी निकलकर सामने आ गई.
पुलिस जांच में पता चला कि सोसायटी के चुनाव को लेकर जो विवाद पैदा हुआ था, वो इस मामले की जड़ में हैं. इसमें दो पक्षों ने एक दूसरे को नीचा दिखाने और कानूनी पेंच में फंसाने के लिए इस तरह के पोस्टर विवाद को जन्म दिया था. मामले की पूरी सच्चाई डीसीपी द्वारा गठित एसआईटी की जांच में निकलकर सामने आ गई.
दरअसल ट्रेजर टाउन कॉलोनी के सामने एबीसीडी बिल्डिंग में तकरीबन ढाई सौ से अधिक लोग निवास करते हैं. जिनमें से अधिकतर किराएदार भी हैं. पिछले दिनों रहवासी संघ के बिल्डिंग में चुनाव हुए जिसमें दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. उसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को बदनाम करने के लिए अपने फ्लैट के बाहर यह मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ऐसे हुआ झूठ का खुलासा
जब यह पूरा ही मामला सामने आया तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच की. जिन लोगों ने अपने घरों पर पोस्टर लगाए थे, उनका कहना था कि क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के द्वारा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही नशा तस्करी सक्रिय है और क्षेत्रीय पुलिस इस पूरे मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. अधिकारियों ने जब पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू की तो इसी दौरान दूसरा पक्ष भी पूरे मामले में शिकायत लेकर थाने पहुंच गया और कहा कि कॉलोनी को बदनाम किया जा रहा है. उनसे सोसाइटी में जो पिछले दिनों चुनाव हुए थे उसे लेकर दुर्भावनापूर्ण हरकत की गई हैं.
ये भी पढ़ें- पार्षद के बेटे ने खुद को बताया इंदौर नगर निगम अफसर, फिर की एक करोड़ की धोखाधड़ी, ऐसे दिया झांसा
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT