आरोपी की जगह भाई को कोर्ट में कर दिया पेश, रिटायर्ड हवलदार पर दर्ज हुआ मुकदमा

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Guna news: गुना जिले में पुलिस आरक्षक ने न्यायालय को भ्रमित करने काम किया. आरक्षक ने आरोपी के बजाय उसके भाई को कोर्ट में पेश कर दिया. इस मामले की जांच की गई तो आरक्षक दोषी पाया गया और कोर्ट ने उसके ऊपर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. आरक्षक रिटायर्ड हो चुका है, अब उसके ऊपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.

ये मामला 5 साल पुराना है. कैंट थाने में प्रधान आरक्षक नत्थालाल ने आरोपियों की मदद की और आरोपी के बजाय उसके भाई को न्यायालय में पेश कर दिया. न्यायालय ने रिटायर्ड प्रधान आरक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. न्यायालय के आदेश पर पुलिस द्वारा आरोपी रिटायर्ड प्रधान आरक्षक पर कैंट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.

चाकू से किया था हमला
29 मई 2018 में कर्नलगंज निवासी अब्दुल सलीम ने अब्दुल कय्यूम , अब्दुल राशिद और अब्दुल साजिद उर्फ शानू के खिलाफ मारपीट और चाकू से हमला करने की शिकायत कैंट थाने में दर्ज कराई थी. आपराधिक मामले की जांच कैंट थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक नत्थालाल ने की थी.तत्कालीन प्रधान आरक्षक ने मारपीट और चाकूबाजी के आरोपी साजिद उर्फ शानू के एवज में उसके भाई अब्दुल शाहिद को न्यायालय में पेश कर दिया.

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आरक्षक पर दर्ज हुई एफआईआर
आरोपी साजिद के बजाय उसके भाई शाहिद को कोर्ट में पेश करने पर फरियादी ने न्यायालय में आपत्ति दर्ज कराते हुए पुलिस की शिकायत की थी. जिसके बाद न्यायालय ने पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए थे. नगर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच करते हुए आरोपों को सही ठहराया. जांच के दौरान प्रधान आरक्षक नत्थालाल रिटायर हो गए थे. जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी गई है, जिसके बाद कोर्ट ने रिटायर हो चुके प्रधान आरक्षक नत्थालाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.

न्यायालय को भ्रमित करने वाले इस अनोखे मामले में सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक नत्थालाल के खिलाफ कैंट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.

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