Ujjain Rape Case: सरकारी मदद की आस में बैठी रही मासूम पीड़िता, 13 दिन बाद पहुंची सहायता
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Ujjain rape Case: उज्जैन में दरिंदगी का शिकार हुई 12 वर्षीय बच्ची की कहानी आज भी हर किसी के रोंगटे खड़े कर देती है. मामला सामने आने के बाद पीड़िता को कई तरह की मदद के वादे किए गए. लेकिन उसके पास आर्थिक मदद पहुंचने में 13 दिन का समय लग गया. महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने माना कि बुधवार को पीडि़ता के गांव पहुंची टीम ने पीडि़ता के दादा को 50 हजार रुपए की सहायता राशि सौंपी.
राशि पहुंचने में लग गए 13 दिन लग गए
सतना जिला मुख्यालय से जैतवारा थाना इलाके के महज 25 किलोमीटर के फासले पर स्थित उस गांव तक 50 हजार की आर्थिक मदद पहुंचने में पूरे 13 दिन लग गए, जिस गांव में उज्जैन की दरिंदगी की शिकार 13 साल की छात्रा का घर है. यह सहायता जिला रेडक्रास सोसायटी ने दी है. पुलिस सुरक्षा में उज्जैन में दरिंदगी की पीडि़ता 12 अक्टूबर को अपने घर पहुंची थी. इसके 13 दिन बाद उसके पास सहायता राशि पहुंच पाई.
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बता दें कि 25-26 सितंबर को उज्जैन में 12 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया था. दिल्ली के निर्भया कांड की तरह बच्ची के साथ हैवानियत की गई थी. जिसके बाद वह लहूलुहान हालत में कई घंटों तक सड़कों पर घूमती रही. एक वृद्ध की मदद के बाद सारा मामला सामने आया. जिसके बाद आरोपी की तलाश शुरू की गई. आरोपी के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उसके घर को बुलडोजर से ढहा दिया था.
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बैंक में खोला गया ज्वाइंट एकाउंट
बुधवार को ही पीडि़ता और उसके दादा के नाम एक ज्वाइंट एकाउंट इंडियन बैंक की जैतवारा ब्रांच में खोला गया. बैंक खाता खुलने के बाद प्रतिकर की राशि एकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी. जिला बाल कल्याण उज्जैन की सिफारिश पर प्रतिकर राशि प्रस्तावित की गई है, लेकिन बैंक एकाउंट नहीं होने के कारण प्रतिकर राशि की प्रक्रिया बीच में थी. जानकारों के मुताबिक प्रतिकर की राशि का निर्धारण केस की स्थिति के आधार पर किया जाता है.
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उज्जैन पुलिस ने की मदद
दरिंदगी की शिकार पीडि़ता और उसके परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता पहुंचाने के मामले में उज्जैन के पुलिस अधीक्षक और महाकाल थाने के टीआई की भूमिका सराहनीय है. बताया गया है कि मानवीय संवदेना का परिचय देते हुए उज्जैन के एसपी ने जैतवारा थाने की टीआई के मार्फत जहां एक लाख रुपए की सहायता राशि पहुंचाई थी, वहीं महाकाल के थाना प्रभारी ने भी जनसहयोग से पीडि़त परिवार को
3 लाख 9 हजार रुपए की सहायता राशि दिलाई थी.
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