CM शिवराज को कर्मचारियों की चेतावनी, चुनाव से पहले कर दें पुरानी पेंशन बहाल, वरना?
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Khargone news: मध्यप्रदेश के खरगोन और शाजापुर में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों का रोष फूट पड़ा है. भीषण गर्मी के बावजूद बैनर, पोस्टर लेकर सिर पर टोपी लगाकर हजारों की संख्या में कर्मचारी सड़क पर उतरे और मुख्यमंत्री शिवराज को खुली चुनौती दे डाली. कर्मचारियों ने कहा आचार संहिता के पहले पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो वोट फॉर ओपीएस करेंगे. हमारा एक-एक कर्मचारी 100-100 वोट प्रभावित करेगा, सबक सिखाएंगे. नारों में मुख्यमंत्री को कहा बहना बहना करते हो पेंशन क्यों नहीं देते हो…
जानकारी के मुताबिक कर्मचारी लंबे समय से सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर अब कर्मचारी सड़कों पर उतरने लगे हैं. कर्मचारियों का विरोध अब साफ तौर पर दिखने लगा है. शाजापुर खरगोन में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने टोपी लगाकर तख्तियां थाम रखी थी. विशाल रैली निकाली रैली निकालकर cm शिवराज के खिलाफ जमकर नोरबाजी भी की.
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बहना बहना करते हो पेंशन क्यों नहीं देते हो…
खरगोन में ओल्ड पेंशन बहाली को लेकर रविवार को जिलेभर के विभिन्न विभागों के हजारों महिला और पुरुष कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर तपती धूप में सड़कों पर उतरकर नारेबाजी करते हुए प्रभावी रैली निकाली. आक्रोशित महिला कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की. महिला कर्मचारियों का कहना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह घर में रहने वाली महिलाओं को ₹1000 महीना पेंशन दे रहे हैं, लेकिन हम कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है, अभी जो पेंशन मिल रही है. किसी को ₹700 किसी को ₹800 मिल रही है. हमारे साथ क्यों भेदभाव किया जा रहा है. एक तरफ तो मुख्यमंत्री बहना बहना कहते नही थकते तो वहीं दूसरी तरफ पेंशन के मामले पर चुप हो जाते हैं.
चुनाव में सिखाएंगे सबक
खरगोन के पुराने एसडीएम कार्यालय पर पहुंचकर कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि विधानसभा चुनाव से पहले आचार संहिता से पहले यदि पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई तो हम ओपीएस को वोट करेंगे और सरकार को सबक सिखाएंगे.
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इनपुट: शाजापुर से मनोज पुराहित
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