MP News: चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में एक चीज जो सबसे ज्यादा सड़कों पर दिखती है, वह है ककड़ी के ठेले. गर्मी में एक ककड़ी खा लीजिए तो गारंटी से राहत मिल जाएगी. गुणों से भरपूर ककड़ी की फसल उगाकर एमपी के किसान मालामाल हो रहे हैं. एमपी के राजगढ़ में किसानों ने डेढ़ करोड़ से ज्यादा की ककड़ी की फसल बेची है. पूरे जिले में ककड़ी की खेती 400 हेक्टेयर में हो रही है. किसानों ने एक करोड़ 60 लाख की फसल बेची है. किसानों ने गर्मी के सीजन में बाहर इंदौर, भोपाल और दिल्ली तक के व्यापारियों को बेचा है.
किसानों की ज्यादातर ककड़ी लोकल बाजार में ही बिक जाती है. ककड़ी की खेती जिले के ब्यावरा, नरसिंहगढ़, खिलचीपुर, राजगढ़, सारंगपुर और जीरापुर विकासखंड के 400 हेक्टर में ककड़ी की खेती हो रही है. ककड़ी को लोग छोटी से छोटी यानि करीब आधे हेक्टेयर में लगाते हैं. किसान सिर पर रखकर डलियों में बेचते हैं. जिनके पास ज्यादा ककड़ी की पैदावार होती है, वह बाहर भेजते हैं.

एक हेक्टेयर में 200 कुंटल ककड़ी की पैदावार
एक हेक्टेयर में 200 कुंटल ककड़ी की उपज होती है. एक हेक्टेयर में 4 लाख का फायदा 100 दिन में किसान को हो जाता है. यह खेती किसान को बहुत पसंद आ रही है. बिना ईंधन लगे खाने वाली फसल है. गर्मी में ककड़ी खाने से डी हाइड्रेशन हार्ड की समस्या पानी की कमी नहीं होती है. किसान ककड़ी की खेती कर लाभ कमा रहे हैं बहुत खुश है.
एक किसान ने बताया- ‘मैंने मेरे खेत के एक बीघा में खीरा ककड़ी लगा रखी है. 200 क्विंटल की फसल की पैदावार हुई है. बाजार में मेरी ककड़ी 20 रुपए किलो बिक रही है. यह फसल 60 से 70 दिनों के कम समय में आ जाती है. मार्केट में ककड़ी की डिमांड है, इससे किसानों को फायदा हो रहा है.
गर्मी में ही खाई जाती है ककड़ी
ककड़ी को गर्मी के मौसम में खाया जाता है. इसके अनगिनत फायदे हैं इसमें बहुत सारे विटामिन मिनरल्स, न्यूट्रिशन होते हैं. कैलोरी बहुत कम होती है. इसे फाइबर ककड़ी भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके विटामिन B, C, कॉपर, मैग्नीशियम भी पाया जाता है. यह पाचन के लिए काफी फायदेमंद होती है. चेहरे के ग्लो, लेबिडो को बढ़ाने के लिए भी फायदा करती है. आपकी बॉडी के यूरिक एसिड को किडनी के माध्यम से कम करने के लिए फायदा करती है.
ये भी पढ़ें: प्रदेश में मौसम ने फिर बदली करवट, दिन में बढ़ेगा पारा; कई जिलों में बारिश के आसार