Madhya Pradesh: खरगोन जिले में खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल चंद समय में जलकर राख हो गई. आग की वजह से चार किसानों के गेहूं से भरे खेत जलकर खाक हो गए. इस तरह से लगभग 125 क्विंटल गेहूं जलकर नष्ट हो गए. पीड़ित किसानों का आरोप है कि किसी ने जान बूझकर खेतों में आग लगाई. किसानों ने जांच के साथ ही मुआवजे की भी मांग की है.
खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर सेगांव विकासखंड के इच्छापुर गांव में गेहूं की काटकर रखी फसल में अचानक किसी ने आग लगा दी. चूंकि गर्मी का मौसम था, इस वजह से देखते ही देखते आग ने भयानक रूप ले लिया और चार किसानों की गेहूं की फसलों को जलाकर राख कर दिया. किसान पहले से ही बेमौसम बारिश से हुए नुकसान से परेशान थे, ऊपर से अब आग लगाकर किसी ने पूरी फसल बर्बाद कर दी.
काटकर रखी थीं फसलें
किसान सुंदरलाल, मनोरमा, संदीप और अविनाश के खेत आस-पास में हैं. इन किसानों ने गेहूं की फसल काटकर निकालने के लिए रखी थी. किसी व्यक्ति ने अचानक इस फसल में आग लगा दी. गर्मी के चलते आग तेजी से फैली और भयानक रूप ले लिया. आसपास के ग्रामीणों ने किसानों को सूचना दी. जब तक किसान पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश करते तब तक फसल जलकर राख हो चुकी थी.
जानबूझकर लगाई आग
किसानों ने गेहूं की फसल काट कर अलग-अलग ढेरों में रखी थी. पीड़ित किसान सुंदरलाल मंडलोई ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि किसी ने जानबूझकर आग लगाई है. उनका कहना है कि ये सोची समझी साजिश के तहत हुआ है. किसान ने कहा कि मेरा जीवन यापन तो ठप हो गया क्योंकि मैं उसी पर आश्रित था. परिवार में दो बच्चे दो माता है और बीवी है उनका भरण पोषण करना है.
मुआवजे और जांच की मांग
इस मामले में भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी ने पीड़ित किसानों की तरफ से मुआवजे और जांच की गुहार लगाई है. भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी सदाशिव पाटीदार का कहना है इच्छापुर मेरे गृह गांव इच्छापुर में 4 किसानों की खड़ी फसल में किसी ने आग लगा दी है. करीब 125 क्विंटल गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है. पीड़ित किसानों को शासन द्वारा मदद की जाना चाहिए. आर्थिक मदद नहीं मिलती है तो किसान टूट जाएंगे. उनकी पूरी कमाई मेहनत जलकर खाक हो गई है. आग लगाने वाले आरोपी को पकड़कर कड़ी सजा दी जानी चाहिए.
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