Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया. झिरा गांव में एक मजदूर के घर में आग लगने से 2 मासूमों की मौत हो गई. खाना बनाते वक्त चूल्हे से चिंगारी उठकर झोपड़ी में लग गई. झोपड़ी में सो रहे बच्चों की इस हादसे में जान चली गई. बच्चों की मां झोपड़ी की आग बुझाने में लग गई, इतने में बच्चे बुरी तरह जल गए और उनकी मौत हो गई.
हादसा नरसिंहगढ़ चौकी के झिरा गांव का है. ये परिवार गांव से दूर खेत पर बनी एक झोपड़ी में रहता था और मजदूरी का काम करता था. झोपड़ी में भगवानदास की पत्नी चूह्ले पर खाना पका रही थी, तभी अचानक आग की चिंगारी झोपड़ी में लग गई और देखते ही देखते झोपड़ी ने आग पकड़ ली. झोपड़ी के अंदर ही तीन साल की ऋषिका और तीन महीने का बेटा बाबू लेटा हुआ था, दोनों की जलने से मौत हो गई.
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लपटें बढ़ती गईं और जल गई झोपड़ी
झिरी गांव में बलवंत पटेल नामक कृषक के खेत में मजदूर परिवार रहता था, ये दूसरे गांव से आकर 4 महीने से रह रहे थे. घास-फूस से झोपड़ी बनी थी. इसलिए आग बहुत तेजी से फैली. जानकारी के मुताबिक जैसे ही झोपड़ी ने आग की लपटें बढ़ने लगीं, बच्चों की मां पानी डालकर झोपड़ी की आग बुझाने में लग गई, इस दौरान वह यह भूल गई कि झोपड़ी के अंदर ही उसके मासूम बच्चे सो रहे हैं. पानी डालकर भी आग को काबू नहीं किया जा सका, आग की लपटें बढ़ती गईं और देखते ही देखते पूरी झोपड़ी जलकर खाक हो गई. दर्दनाक हादसे में मासूम बच्चों की जान चली गई.
खाना पकाते वक्त लगी आग
घटना की जनाकारी मिलने के बाद नरसिंहगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची. बच्चों के शव पोस्ट मार्टम के लिए पहुंचाए गए हैं. दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले जांच की जा रही है. जानकारी के मुताबिक झोपड़ी में खाना पकाते वक़्त आग लगी, जिस वजह से दोनों मासूमों की जान गई है. वहीं गरीब मजदूर परिवार की मदद के लिए भी कलेक्टर कार्यवाही कर रहे हैं.
दमोह से शांतनु भारत की रिपोर्ट