MP POLITICAL NEWS: छिंदवाड़ा को कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है. अब उस गढ़ में बीजेपी सेंधमारी करने की कोशिश कर रही है. इसी कोशिश के चलते बीजेपी ने छिंदवाड़ा में स्वाभिमान यात्रा निकाली और उस यात्रा के दौरान बीजेपी के पूर्व विधायक रमेश दुबे ने कमलनाथ पर रामायण के प्रतीकों का इस्तेमाल कर जमकर तंज कसे. पूर्व विधायक ने कहा छिंदवाड़ा में ‘विकास रूपी सीता शिकारपुर के कब्जे में हैं. शिकारपुर में एक अशोक वाटिका है. बीजेपी के कार्यकर्ता रूपी इस वानर सेना को शिकारपुर के कब्जे में फंसी विकास रूपी सीता को वापस लाना है’. उल्लेखनीय है कि भले ही बीजेपी के पूर्व विधायक रमेश दुबे ने अपने संबोधन में कमलनाथ का नाम नहीं लिया लेकिन शिकारपुर कमलनाथ का गृह ग्राम है और इन प्रतीकों का इस्तेमाल कर वे उन पर तंज कस रहे थे.
बीजेपी की नजर छिंदवाड़ा की सभी 7 विधानसभा सीटों पर है. वर्तमान में सभी 7 विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास हैं. कांग्रेस के एक मात्र लोकसभा सीट छिंदवाड़ा ही है. यहां से कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ लोकसभा सांसद है. वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर बीजेपी अपना परचम लहराना चाहती है, जिसके मद्देनजर बीजेपी ने बीते दिन स्वाभिमान यात्रा निकाली. यात्रा को चौरई विधानसभा क्षेत्र में निकाला गया. भाजपा ने ग्राम कुंडा से चौरई तक 10 किमी स्वाभिमान यात्रा निकाली.
क्या बोले पूर्व विधायक रमेश दुबे?
पूर्व विधायक ने स्वाभिमान यात्रा के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा ‘ माता सीता का पता करने वानर सेना गई थी, तो तीनों दिशाओ में गई थी. जब पता नही लगा तो वानर सेना को समुद्र को पार करके जाना था लेकिन वानर सेना ने कहा कि हम समुद्र पार करके चले तो जाएंगे लेकिन वापस नहीं आ पाएंगे. इस पर जामवंत ने कहा था कि तुम महावीर हो और तुममें क्षमता है वहां जाने की और फिर वापस आने की भी’. पूर्व विधायक ने आगे कहा ‘इसी तरह तुम कार्यकर्ता महावीर हो और तुम जा भी सकते हो और लौट कर भी आ सकते हो. यानी छिंदवाड़ा में जीत दर्ज की जा सकती है. आज छिंदवाड़ा जिले में झूठे वचन पत्र के कारण हम ठगे गए हैं. हमारी विकास रूपी सीता शिकारपुर के कब्जे में है. अशोक वाटिका में रहने वाले से हमें विकास रूपी सीता को वापस लाना है. इसके लिए आगामी विधानसभा चुनाव में और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कमल खिलाना होगा’.
क्या रावण से कमलनाथ की तुलना करने की हुई कोशिश?
पूर्व विधायक के इस भाषण के बाद पूरे छिंदवाड़ा में इसकी चर्चा हो रही है. स्थानीय लोग और राजनेता पूछ रहे हैं कि क्या पूर्व विधायक रमेश दुबे ने कांग्रेस दिग्गज कमलनाथ की तुलना रावण से करने की कोशिश की हैं. क्या उनके गृह ग्राम शिकारपुर को अशोक वाटिका बोलकर शहर के विकास को सीता बताकर उनके कब्जे में दिखाने की कोशिश की जा रही है. कुल मिलाकर पूर्व विधायक का यह भाषण इस समय न सिर्फ छिंदवाड़ा बल्कि मध्यप्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है. उल्लेखनीय है कि इस तरह का भाषण देने वाले रमेश दुबे बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व विधायक हैं. वे छिंदवाड़ा की चौरई विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. छिंदवाड़ा की राजनीति में रमेश दुबे अच्छा-खासा दखल रखते हैं.