MP POLITICAL NEWS: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस दिग्गज दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरने की प्लानिंग तैयार कर ली है. इसके तहत जल्द ही दिग्विजय सिंह सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर-चंबल संभाग के विभिन्न जिलों में दौरे करना शुरू कर देंगे. जिसकी शुरूआत वे 17 मार्च से करने जा रहे हैं. जब तक सिंधिया कांग्रेस में थे, तब तक दिग्विजय सिंह ने इस क्षेत्र से दूरी बनाकर रखी थी लेकिन सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस ग्वालियर-चंबल संभाग में कमजोर हुई है और उसे यहां पर जीवित करने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संभाली है.
दिग्विजय सिंह गुना जिले में 17 मार्च को मीटिंग के लिए पहुंचने वाले हैं. वह गुना विधानसभा व बमोरी विधानसभा के सेक्टर मंडलम की बैठक लेंगे. दिग्विजय सिंह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे.
सिंधिया के बीजेपी में जाने के कारण दिग्विजय सिंह इस क्षेत्र में चल रही बीजेपी की अंदरूनी उठापटक का फायदा उठाना चाहते हैं. दरअसल ग्वालियर चंबल संभाग में भाजपा दो गुटों में बंटी हुई है. सिंधिया समर्थकों को तरजीह देने से मूल भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. इसी का लाभ लेने की कोशिश में दिग्विजय सिंह दिखाई दे रहे हैं.
दिग्विजय सिंह ‘आप’ को क्यों कहा- बीजेपी की B टीम? जानने के लिए देखें वीडियो
2018 में सिंधिया के रहते कांग्रेस ने जीती थी 34 में से 26 सीटें
सिंधिया के दबदबे का ही यह असर था कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटें जीती थीं और बीजेपी सिर्फ 8 सीटों पर सिमट कर रह गई थी. इसके कारण वर्ष 2018 में बीजेपी सरकार बनाने से चूक गई थी. कांग्रेस की सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने. इससे नाराज होकर सिंधिया ने 15 महीने बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया और मई 2020 में हुई उपचुनावों में भी इन्हीं सभी सीटों से सिंधिया बीजेपी के टिकट पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा कर सीटें निकाल लाए थे और प्रदेश में बीजेपी की सरकार दोबारा से बनवा दी थी. इसलिए इस पूरे राजनीतिक गणित को समझते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने अब ग्वालियर-चंबल संभाग में राजनीतिक बिसात बिछाने की जिम्मेदारी सौंपी है. खबर के संबंध में और अधिक जानकारी के लिए वीडियो भी देखें.