Guna news: गुना जिले के हाईप्रोफाइल आत्माराम पारदी हत्याकांड मामले में पिछले तीन महीनों से फरार सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह कुशवाहा उर्फ दाऊ की चल अचल संपत्ति को कुर्क करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. जिला न्यायालय के विशेष न्यायाधीश रविन्द्र कुमार भद्रसेन ने गुना एवं शिवपुरी कलेक्टर को आदेश दिए हैं, फरार सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह कुशवाहा की संपत्ति कुर्क की जाए. फरार सब इंस्पेक्टर को 30 दिन की मोहलत दी गई थी. आरोपी एसआई रामवीर को 4 मार्च तक कोर्ट के समक्ष उपस्थित होना था, लेकिन सब इंस्पेक्टर ने कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना की है. जिसके बाद कोर्ट ने कुर्की के आदेश जारी किए हैं.
विशेष न्यायाधीश ने गुना कलेक्टर को आदेश दिए हैं कि आरोपी की सोनी कॉलोनी स्थित मकान और वाहनों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करें. वहीं शिवपुरी कलेक्टर को आदेश देते हुए ग्राम रन्नौद की जमीनों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई है. हत्याकांड के आरोपी सब इंस्पेक्टर रन्नौद गांव का निवासी है,जहां उसके द्वारा बेशकीमती जमीन जायदाद खरीदी गई थी.
कुर्की आदेश में भूमि सर्वे क्रमांक 238/0.27 , 239/0.21, 240/2/0 64.कुल किता-3 ,कुल रकबा 1.12 हेक्टेयर एवं सर्वे क्रमांक 263 रकबा 149, 264/0.04, 280/0.17 हेक्टेयर में से 1/3 अर्थात रकबा 0.56 हेक्टेयर कुल रकबा 1.68 हेक्टेयर भूमि का उल्लेख किया गया है. गुना और शिवपुरी कलेक्टर को आदेश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द कुर्की की कार्रवाई शुरू करें.
नेताओं के साथ अच्छे संबंध थे एसआई के
सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह की और भी गंभीर अपराधों में संलिप्तता पाई गई है। आगर मालवा जिले में पदस्थ रामवीर सिंह के खिलाफ विभागीय जांच भी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा रामवीर को निलंबित कर दिया गया है। भाजपा और कांग्रेसी नेताओं के साथ रामवीर सिंह की तस्वीरें भी वायरल हुई थीं. फिल्मी सितारे संजय दत्त और अन्नू कपूर के साथ भी फोटो देखी गई हैं.

हाईप्रोफाइल आत्माराम पारधी हत्याकांड का मुख्य आरोपी है दरोगा
वर्ष 2015 में सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह उर्फ दाऊ ने अपने सतबियों के साथ मिलकर आत्माराम पारधी नाम के युवक की हत्या कर दी थी. हत्या के बाद आत्माराम की लाश को छुपा दिया गया. 7 साल बीत जाने के बाद भी आज तक आत्माराम पारधी की लाश बरामद नहीं हो सकी है. मामला पुलिस से सीआईडी के पाले में चला गया. इस मामले में ग्वालियर हाईकोर्ट की बेंच ने संज्ञान लेते हुए CID से जवाब तलब किया तो CID की टीम ने कार्रवाई करते हुए सब इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए जगह जगह छापेमारी की.
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सीआईडी कर रही मामले की जांच
सीआईडी की टीम द्वारा आत्माराम पारदी हत्याकांड मामले की जांच की जा रही है. हत्याकांड से जुड़े इस हाईप्रोफाइल मामले में 2 अन्य पुलिसकर्मी विनीत भारद्वाज एवं राजेश गुप्ता भी संदेह के घेरे में हैं.सीआईडी द्वारा संदेही पुलिसकर्मियों को भी नोटिस देकर सवाल जवाब किये जायेंगे. दोनों ही पुलिसकर्मी लगभग 3 महीने से ड्यूटी से नदारद थे. हाईप्रोफाइल आत्माराम पारदी हत्याकांड में दोनों पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी की जाएगी.
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
आत्माराम पारदी हत्याकांड में एक पुलिसकर्मी योगेंद्र सिसोदिया को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया गया था, जो फिलहाल जेल में हैं. सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह उर्फ दाऊ, रघुराज सिंह तोमर उर्फ रघु रोकड़ा, दिनेश गुर्जर उर्फ दीनू बनिया फरार हैं. पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि साल 2015 में आत्माराम पारदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आत्माराम अपने परिजनों के अंतिम संस्कार में शामिल होने पार्वती नदी के किनारे पहुंचा था. तभी तत्कालीन धरनावदा थाना प्रभारी रामवीर सिंह उर्फ दाऊ ने अपने साथियों के साथ मिलकर आत्माराम की हत्या करने के बाद लाश ठिकाने लगा दी थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने सख्ती बरतते हुए सीआईडी को कार्रवाई के आदेश दिए थे.
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